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कब है नरक चतुर्दशी, इस दिन यम दीया जलाना क्यों जरूरी? देवघर के आचार्य से जानें विधि, मुहूर्त, महत्व

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देवघर: दीपावली का त्योहार आने वाला है. वहीं, दीपावली के एक दिन पहले छोटी दीपावली मनाई जाती है. इस दिन को नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है. इस दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा का विधान है. माना जाता है कि इस दिन यम के नाम से दीया जलाना शुभ होता है और नरक की यातनाओं से मुक्ति मिलती है. इस साल नरक चतुर्दशी की तिथि को लेकर भी संशय है. देवघर के ज्योतिषाचार्य ने जानें सब…

देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one को बताया कि धनतेरस की एक दिन बाद और दीपावली के एक दिन पहले छोटी दीपावली मनाई जाती है. हर साल छोटी दीपावली कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. इस साल 30 अक्टूबर छोटी दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा. इससे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं. इस दिन संध्या के समय मृत्यु के देवता यम के नाम से दीया भी जलाया जाता है. दीया जलाने से परिवार के सदस्य से अकाल मृत्यु का डर समाप्त हो जाता है.

कब शुरू होगी चतुर्दशी तिथि
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 30 अक्टूबर सुबह 11 बजकर 23 मिनट से हो रहा है. इसका समापन 31 अक्टूबर दोपहर 2 बजकर 53 मिनट पर होगा. क्योंकि चतुर्दशी तिथि में संध्या के समय यम दीया जलाया जाता है और यम देवता की पूजा की जाती है, इसलिए नरक चतुर्दशी 30 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी.

यम दीया जलाने का मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि यम दीया गोधूलि बेला के समय जलाया जाता है यानी न शाम में न ही रात में. इस साल यम दीया जलाने का शुभ मुहूर्त 30 अक्टूबर की शाम 05:30 मिनट से 07 बजे तक है.

यम दीया जलाने के नियम
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि नरक चतुर्दशी के दिन घर की दक्षिण दिशा में सरसों तेल का चौमुखी दीया यम के नाम से जलाना चाहिए. ऐसा करने से परिवार के सदस्यों में अकाल मृत्यु का डर समाप्त हो जाता है. परिवार में रोग, कष्ट, दुख समाप्त हो जाता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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