सांभर झील का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य ‘महाभारत’ में भी मिलता है. देवयानी तीर्थ सरोवर के मुख्य पुजारी हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि सांभर क्षेत्र पर बृषपर्व (लवणासुर) नामक एक राक्षस का अधिकार था. यहां पर शाकंभरी माता का भी मंदिर था, जिनकी पूजा अर्चना होती थी.
