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Kuashambi Shiv Mandir: यूपी के कौशांबी जिले के पल्हना गांव के गंगा घाट किनारे बड़ा चमत्कारी शिव मंदिर है. मान्ययता है कि इस मंदिर का शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है. मंदिर के पुजारी का कहना है कि एक बार औरं…और पढ़ें
शिवलिंग
हाइलाइट्स
- कौशांबी के शिवलिंग का रंग दिन में तीन बार बदलता है.
- मंदिर के शिवलिंग पर औरंगजेब ने तलवार से वार किया था.
- श्रद्धापूर्वक पूजन से मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
कौशांबी : उत्तर प्रदेश के कौशांबी जनपद में पल्हना गांव के गंगा घाट किनारे के किनारे बने प्राचीन शिव मंदिर में स्थित शिवलिंग को लेकर लोगों की मान्यता है कि यह शिवलिंग दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है. मंदिर के पुजारी का तो यहां तक दावा है कि मंदिर के शिवलिंग पर मुगल आक्रांता औरंगजेब ने तलवार से वार किया था, तो शिवलिंग से रक्त की धार निकली थी. लोगों का कहना है कि आज भी मंदिर में मौजूद शिवलिंग का कुछ हिस्सा तथा नंदी की खंडित प्रतिमा औरंगजेब द्वारा किए गए आक्रमण का प्रमाण देता है.
गंगा नदी के किनारे बसे पल्हना गांव के प्राचीन शिव मंदिर से जुड़े कई किस्से कहानियां आज भी काफी प्रचलित हैं. मंदिर में शिवलिंग की स्थापना कब और किसने की इस विषय में किसी को कुछ भी नहीं पता है, ऐसी मान्यता है कि सदियों पहले इस मंदिर का निर्माण हुआ था. मंदिर में मौजूद रहस्यमई पंचमुखी शिवलिंग दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है. स्थानीय लोगों की मानें, तो मंदिर में श्रद्धापूर्वक पूजन और दर्शन करने से लोगों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
मंदिर में स्थित शिवलिंग से जुड़ी मान्यताओं के विषय में मंदिर के मुख्य पुजारी सियाराम बाबा से बात की गई तो उनका कहना था कि वर्षों पहले मुगल काल के दौरान मुगल शासक औरंगजेब द्वारा इस मंदिर पर भी आक्रमण किया गया था. इस दौरान मंदिर के बाहर विराजमान नंदी की प्रतिमा के साथ साथ कई अन्य छोटी बड़ी प्रतिमाओं को खंडित करने के बाद जब औरंगजेब ने अपनी तलवार से मंदिर में स्थित पंचमुखी शिवलिंग पर प्रहार किया तो उससे रक्त की धार बहने लगी, जिसके चलते औरंगजेब डरकर यहां से चला गया . साथ ही शिवलिंग के रंग बदलने वाली बात को लेकर भी उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अपनी आंखों से कई बार मंदिर में मौजूद पंचमुखी शिवलिंग को अपना रंग बदलते हुए देखा है.
Kaushambi,Uttar Pradesh
February 25, 2025, 09:34 IST
चमत्कारी मंदिर! यहां दिन में तीन बार रंग बदलता है शिवलिंग, जानें मान्यता
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