Thursday, October 2, 2025
24.7 C
Surat

जहां राम ने गुजारा अपना वनवास, कृष्ण जाएंगे वहां…मंदाकिनी नदी में बिछाए गए पलक पावड़े, 27 साल से इंतजार


Last Updated:

Chitrakoot News : प्रभु राम की तपोस्थली चित्रकूट के लिए ये मौका हमेशा से यादगार रहा है. लोग इस पल का बेसब्री से इंतजार करते हैं. ये यात्रा शंकर बाजार से शुरू होती है और रामघाट तक पहुंचते-पहुंचते पीक पर होती है.

चित्रकूट. धर्मनगरी चित्रकूट भक्ति और अध्यात्म की भूमि मानी जाती है. यहां हर रोज भक्तिरस का अनूठा रंग देखने को मिलता है, लेकिन साल में एक बार आयोजित होने वाली जल विहार यात्रा का महत्त्व अलग ही है. यह यात्रा न केवल धार्मिक आयोजन है, बल्कि 27 वर्षों से निभाई जाने वाली एक पुरानी परंपरा भी है, जिसे आज भी नगर के लोग बखूबी निभाते हैं. प्रभु राम की तपोस्थली चित्रकूट, जहां उन्होंने अपने वनवास का लंबा समय बिताया, इस खास मौके पर भगवान श्रीकृष्ण की जन्म से लेकर जलविहार तक की लीलाओं का भव्य आयोजन किया जाता है. यह जल विहार यात्रा शंकर बाजार से प्रारंभ होती है और रामघाट तक पहुंचकर अपने चरम पर होती है. जहां मां मंदाकिनी नदी में जब ठाकुर जी की झांकी सजाई हुई नौका जलविहार करती है, तब भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है.

ढोल-नगाड़ों की धुन, शंख-घंटियों की आवाज और भक्तिमय भजनों से पूरा वातावरण गूंज उठता है. इस मौके पर दूसरे दिन देशी घी के भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हैं. यह परंपरा सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि सामाजिक समरसता और सामूहिकता का प्रतीक भी बन चुकी है.

आयोजक ज्योतिषाचार्य पंडित नारायण दत्त त्रिपाठी ने बताया कि लोग पिछले 27 वर्षों से इस परंपरा को जीवंत बनाए हुए हैं. उनका मानना है कि ठाकुर जी की उपासना केवल भक्ति के लिए नहीं, बल्कि धरती की रक्षा और प्रकृति संरक्षण के लिए भी है. वे जल विहार क्रीड़ा के दौरान विशेष प्रार्थना कर प्रभु से विनती करते हैं कि अति वर्षा और सूखे से जनमानस और कृषि की रक्षा हो, समाज सुख-समृद्धि से परिपूर्ण रहे. इस शोभायात्रा में नगरवासी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. 27 साल से लगातार आयोजित हो रही यह परंपरा अब चित्रकूट की पहचान बन चुकी है और इस पल का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं.

authorimg

Priyanshu Gupta

Priyanshu Gupta has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass…और पढ़ें

Priyanshu Gupta has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass… और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homedharm

राम ने गुजारा वनवास, कृष्ण जाएंगे वहां…बिछाए गए पलक पावड़े, 27 साल से इंतजार

Hot this week

Topics

papankusha ekadashi 2025 today Know shubh ravi yog Puja Vidhi or muhurat paran time vishnu mantra and aarti and importance of papankusha Ekadashi |...

आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि...

aaj ka Vrishchik rashifal 03 October 2025 Scorpio horoscope in hindi

Last Updated:October 03, 2025, 00:07 ISTAaj ka Vrishchik...
spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img