अजमेर दरगाह में 17 दिसंबर से 814वां उर्स शुरू होगा, जिसकी शुरुआत परंपरागत झंडा चढ़ाने की रस्म से होगी. उर्स 17 से 30 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें देश-विदेश से लाखों जायरीन शामिल होंगे. दरगाह में महफ़िल-ए-समाअ, चादर पेशी, लंगर और किस्मत की दुआ जैसी रस्में निभाई जाएंगी. 21 दिसंबर को चांद रात के अवसर पर जन्नती दरवाज़ा खोला जाएगा, जो छह दिन तक खुला रहेगा. अजमेर दरगाह तक ट्रेन, बस या फ्लाइट के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है.
झंडा चढ़ते ही शुरू होगा ख्वाजा गरीब नवाज का 814वां उर्स, देखें कैसी है तैयारी








