Last Updated:
Haridwar: जिन दंपति को तीन बेटों के बाद बेटी या तीन बेटियों के बाद बेटा होता है, उन्हें ये पूजा जरूर करानी चाहिए. ऐसा करने से उनके और संतान के जीवन में बाधाएं, समस्याएं नहीं आती. जानते हैं क्या कहते हैं एक्सपर्…और पढ़ें
त्रिखल शांति
हाइलाइट्स
- तीन बेटों के बाद बेटी या तीन बेटियों के बाद बेटा होने पर त्रिखल शांति जरूरी.
- त्रिखल शांति से जीवन में समस्याएं और बाधाएं दूर होती हैं.
- त्रिखल शांति के लिए हवन, यज्ञ, पूजा पाठ और दान का महत्व.
हरिद्वार. हिंदू धर्म में त्रिखल शांति कराना बेहद जरूरी बताया गया है. ये एक प्रकार की पूजा है जो तीन बेटों के बाद बेटी या तीन बेटियों के बाद बेटा होने पर होनी चाहिए. त्रिखल शांति नहीं कराने पर अनेक प्रकार की समस्याओं का आगमन होता रहता है. व्यक्ति के जीवन में आर्थिक समस्याएं, आर्थिक तंगी, बीमारी और अनेक समस्याएं आने से जीवन बेहाल हो जाता है.
जीवन में सुख समृद्धि, खुशहाली और धन-धान्य की वृद्धि के लिए यह शांति करना बेहद ही जरूरी होता है. इससे जीवन में चल रही समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है. तीन संतान के बाद चौथी संतान होने पर त्रिखल दोष लगता है.
दंपति के जीवन में आती है परेशानी
त्रिखल शांति के बारे में ज्यादा जानकारी Bharat.one को देते हुए उत्तराखंड के हरिद्वार के ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि जिन दंपति के तीन कन्याओं के बाद पुत्र या तीन पुत्रों के बाद बेटी का जन्म होता है उन्हें त्रिखल शांति जरूर करानी चाहिए. त्रिखल के बारे में वैदिक पंचांग और हिंदू धार्मिक ग्रंथो में विस्तार से वर्णन किया गया है. त्रिखल शांति ना होने पर दंपति के जीवन में स्वास्थ्य, आर्थिक और संतान संबंधी बहुत सी समस्याएं आती रहती हैं.
संतान से संबंधी समस्याएं आती हैं
वे आगे बताते हैं कि जिन दंपति के यहां तीन पुत्र के बाद पुत्री या तीन पुत्री के बाद पुत्र का जन्म हुआ है उन्हें त्रिखल शांति करानी अनिवार्य इसलिए होती है क्योंकि ऐसा नहीं करने पर संतान संबंधी समस्याएं, स्वास्थ्य संबंधी बाधाएं, संतान की उन्नति रुक जाती है और दैनिक जीवन में समस्याएं कभी खत्म नहीं होती हैं. हिंदू धार्मिक ग्रंथो के अनुसार बच्चों का जन्म ऐसे होने पर दंपति के लिए बेहद ही अशुभ होता हैं.
इस त्रिखल शांति को कराने का यही मुख्य कारण होता है कि जीवन में आने वाली समस्याएं और संतान संबंधी दुख खत्म हो जाते हैं. यह त्रिखल शांति किसी विद्वान पंडित से ही करानी चाहिए. इसके लिए हवन यज्ञ, पूजा पाठ और दान का महत्व बताया गया है.
Hardwar,Uttarakhand
March 12, 2025, 07:01 IST
तीन लड़के या तीन लड़कियों के जन्म के बाद जरूर कराएं ये पूजा, वरना…
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.