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दीपावली पर इस विधि से करें मां लक्ष्मी के श्रीयंत्र की स्थापना और पूजा, घर में आएगी धन-संपत्ति और खुशहाली


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Diwali Shriyantra Importance: जयपुर में दीपावली की रौनक के बीच श्रीयंत्र की मांग चरम पर पहुंच गई है. मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या की रात घर में श्रीयंत्र की स्थापना से धन, सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा आती है. पंडितों के अनुसार, शुद्ध विधि से स्थापना करने पर मां लक्ष्मी और कुबेर की कृपा प्राप्त होती है.

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दीपावली पर क्यों जरूरी है श्रीयंत्र की पूजा, जानें पंडितों से शुभ मुहूर्तदीपावली की अमावस्या को घर में श्रीयंत्र की स्थापना अत्यंत शुभ मानी जाती हैं। 

जयपुर. दीपावली के नजदीक आते ही जयपुर के बाजारों में खरीदारी का माहौल जोरों पर है. लोग न केवल सजावट और मिठाइयों की खरीदारी कर रहे हैं, बल्कि पूजा-पाठ की सामग्री की मांग भी तेजी से बढ़ी है. बाजारों में सोने-चांदी के बर्तन, मूर्तियां और श्रीयंत्र की सबसे अधिक डिमांड देखी जा रही है, जिसमें श्रीयंत्र खासा लोकप्रिय है. प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, दीपावली की अमावस्या को घर में श्रीयंत्र की स्थापना अत्यंत शुभ मानी जाती है. शास्त्रों में इसकी पूजा को विशेष महत्व दिया गया है, जिसके चलते लोग दीपावली पर श्रीयंत्र की खरीदारी सबसे ज्यादा करते हैं.

इसे सोने, चांदी या तांबे के रूप में खरीदना शुभ माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार, श्रीयंत्र का सरल पूजन मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का साधन है, जो व्यक्ति को विशेष लाभ देता है. हालांकि श्रीयंत्र की पूजा किसी भी दिन की जा सकती है, लेकिन दीपावली पर इसका महत्व सर्वोपरि माना जाता है. वास्तु पंडितों के मुताबिक, श्रीयंत्र में मां लक्ष्मी और कुबेर देव का वास होता है, इसलिए करोड़ों लोग इस दिन इसे अपने घरों में स्थापित करते हैं.

श्रीयंत्र का दीपावली पूजा में महत्व और विधान

जयपुर के कई ज्योतिष और वास्तु पंडितों से Bharat.one की टीम ने बात की, जिन्होंने बताया कि शास्त्रों के अनुसार, घर में श्रीयंत्र की स्थापना शुभ और कल्याणकारी होती है. इसे धन, सुख-समृद्धि, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है. साथ ही, श्रीयंत्र वास्तु दोष और ग्रह दोष को कम करने में भी सहायक है. इसलिए लोग दीपावली की अमावस्या को इसे घर में स्थापित करते हैं, जो प्राचीन परंपरा का हिस्सा है. पंडितों का कहना है कि श्रीयंत्र को महालक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. इसकी स्थापना से ‘दुर्भिक्ष, रोग, शोक, दरिद्रता’ नष्ट होती है.

श्रीयंत्र को घर में स्थापित करने की विधि

पंडितों ने Bharat.one को बताया कि श्रीयंत्र को कभी भी पूजा स्थान से हटाकर इधर-उधर नहीं रखना चाहिए और बिना शुद्धिकरण व मंत्रोच्चारण के इसे स्थापित नहीं करना चाहिए. दीपावली पर श्रीयंत्र स्थापना के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. पंडित ने बताया कि सबसे पहले पूजा स्थान को साफ करें. लाल या पीले कपड़े पर श्रीयंत्र रखें. इसके बाद श्रीयंत्र को गंगा जल, दूध और शुद्ध जल से धोकर शुद्ध करें. साथ ही चंदन, अक्षत, फूल और रोली से पूजा करें. वहीं दीपक जलाकर ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः’ मंत्र या श्री सूक्त का पाठ करें. अंत में श्रीयंत्र पर प्रसाद अर्पित कर उसे पूजा स्थान पर स्थायी रूप से स्थापित करें. इस विधि-विधान से श्रीयंत्र की स्थापना करने से घर में सुख, समृद्धि और धन की प्राप्ति बनी रहती है. दीपावली के इस पावन अवसर पर लोग इस परंपरा को निभाते हुए अपनी आस्था को दर्शाते हैं.

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deep ranjan

दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से Bharat.one हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें

दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से Bharat.one हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट… और पढ़ें

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दीपावली पर क्यों जरूरी है श्रीयंत्र की पूजा, जानें पंडितों से शुभ मुहूर्त

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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