Why Draupadi Married Pandavas : महाभारत के युद्ध को लेकर कहा जाता है कि इसका एक बड़ा कारण द्रोपदी थी, जो पांच पांडवों की अकेली पत्नी थी. वहीं द्रोपदी का एक नाम पांचाली भी था. जिसका अर्थ भी पांच पतियों की पत्नी होता है. लेकिन क्या आपके मन में कभी ये प्रश्न आया है कि आखिर क्यों द्रोपदी को ऐसी शादी करना पड़ी थी? क्या इसके पीछे कोई श्राप था या वरदान या फिर कोई छल जिसके चलते उन्हें पांच लोगों से शादी करना पड़ी. आइए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
द्रोपदी ने क्यों किया पांच पांडवों से विवाह
महाभारत ग्रंथ के अनुसार, द्रोपदी राजा द्रुपद की बेटी थीं और उनका जन्म गर्भ से नहीं हुआ था बल्कि वे प्रकट हुई थीं. इसके बाद से ही उन्होंने महादेव की तपस्या करना शुरू कर दी थीं. इस तपस्या का कारण मनवांछित वर की इच्छा की पूर्ति करना था. लगातार घोर तपस्या से जब एक दिन भगवान शिव ने प्रसन्न होकर द्रोपदी को दर्शन किए तो द्रोपदी ने सर्वगुण संपन्न पति मिलने का आशीर्वाद मांगा.
इसके बाद की कथा कई अध्ययनों में अलग-अलग मिलती है. इनमें से एक में कहा गया है कि द्रोपदी ने हड़बड़ाहट में पांच बार वरदान मांगा और इसके चलते महादेव ने उन्हें कहा कि तुमने मनचाहा पति पाने के लिए पांच बार वरदान मांगा और इसलिए तुम्हें एक नहीं बल्कि पांच पति एक साथ मिलेंगे.
वहीं एक अन्य जगह उल्लेख मिलता है कि, भगवान शिव से मनोवांछित पति की इच्छा रखने वाली द्रोपदी को भोलेनाथ ने काफी समझाया था और कहा था हर मनुष्य में कोई ना कोई कमी होती है लेकिन अपनी इच्छा को किसी भी तरह पूरी करने के लिए द्रोपदी ने भगवान शिव से छल किया और एक भजन सुनने को कहा. असल में वह भजन के माध्यम से बताना चाहती थी कि उन्हें कैसा पति चाहिए और यह भजन सुनने के बाद महादेव ने उन्हें वरदान दिया जिसके चलते द्रोपदी की पांच शादियां हुईं.
FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 13:00 IST