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नए साल में 500 साल पुराने ऋषिकेश के ‘मन इच्छा देवी मंदिर’ का करें दर्शन, पूरी हो सकती हैं सभी मनोकामनाएं



ऋषिकेश: नए साल की शुरुआत में मंदिर के दर्शन करना एक पवित्र और शुभ कार्य माना जाता है. यह न केवल हमें सकारात्मक ऊर्जा से भरता है, बल्कि ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त करने का भी मौका देता है. मंदिर में प्रार्थना करने से मन को शांति मिलती है. नया साल अच्छी शुरुआत के साथ आगे बढ़ता है. वहीं, योग नगरी ऋषिकेश योग के साथ ही अपने मंदिरों घाटों के लिए भी विश्व प्रसिद्ध है.

वहीं, बात करें यहां स्थापित मंदिरों की तो यहां कई सारे प्राचीन और मान्यता प्राप्त मंदिर स्थापित हैं, जिनका काफी रोचक इतिहास है. उन्ही मंदिरों में से एक प्राचीन मन इच्छा देवी मंदिर है. अगर आप नए साल की शुरुआत को शुभ और सकारात्मक बनाना चाहते हैं, तो ऋषिकेश के प्राचीन मन इच्छा देवी मंदिर के दर्शन जरूर करें. यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है. बल्कि एकांत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है.

जानें मन इच्छा देवी मंदिर की मान्यता

उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित मन इच्छा देवी मंदिर के पुजारी हर्षमणि नौटियाल ने Bharat.one को बताया कि ऋषिकेश के भीड़-भाड़ और शोर-गुल से दूर, यह मंदिर जंगल के बीच स्थित है. यह मंदिर अपने शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है. यहां आकर न केवल आत्मिक शांति प्राप्त होती है, बल्कि भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं.

ऋषिकेश से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह मंदिर लगभग 500 वर्ष पुराना है. इस मंदिर का उल्लेख प्राचीन स्कंद पुराण में भी मिलता है. यह मंदिर विशेष रूप से मां दुर्गा की पिंडी के लिए प्रसिद्ध है, क्योंकि मान्यता है कि मां ने स्वयं पिंडी के रूप में यहां दर्शन दिए थे. रानीपोखरी क्षेत्र के वासियों की कुल देवी मानी जाने वाली मां दुर्गा के इस मंदिर में हर आषाढ़ मास में विशेष पूजा का आयोजन होता है, जिसमें हर घर से लोग हिस्सा लेते हैं.

मंदिर को मन इच्छा देवी के नाम से जाना जाता है और नाम से ही इसकी महिमा स्पष्ट होती है. कहा जाता है कि यहां जो भी श्रद्धालु लगातार 40 दिन तक पूजा-अर्चना करता है, उसकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं. यहां की पवित्रता और दिव्यता भक्तों को अद्भुत ऊर्जा और विश्वास से भर देती है. यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य के कारण भी खास है. जंगल के बीचों-बीच स्थित इस मंदिर के आसपास 5 किलोमीटर तक कोई दुकान या बाजार नहीं है.

यहां का शांत और स्वच्छ वातावरण आपके मन और आत्मा को सुकून देता है. नए साल की शुरुआत में इस मंदिर के दर्शन करना शुभ माना जाता है. आप यहां अपने परिवार और दोस्तों के साथ आ सकते हैं और मां का आशीर्वाद लेकर अपनी जीवन यात्रा को सुखद और मंगलमय बना सकते हैं. ऋषिकेश की यात्रा के दौरान इस अद्भुत मंदिर को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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