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Navratri 2025: अयोध्या के ज्योतिष नीरज गोस्वामी बताते हैं कि मान्यता के अनुसार नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर मां दुर्गा अपने भक्तों को आशीर्वाद के बीच में होती है.धार्मिक दृष्टि इस दिन भक्त हवन और कन्या पूजन भी करते हैं ऐसी स्थिति में कुछ खास चीजों को इस दिन खरीद कर लाने से घर में कई तरह के लाभ भी मिलते हैं
सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. साल में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. जिसमें एक शारदीय नवरात्रि होती है दूसरा चैत्र नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि होती है .नवरात्रि के दिनों में माता रानी की विधि विधान पूजा आराधना का विधान है. पौराणिक मान्यता के मुताबिक शारदीय नवरात्रि में महाष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व भी बताया गया है.
अष्टमी पर घर जरूर लाएं ये वास्तु
अयोध्या के ज्योतिष नीरज गोस्वामी बताते हैं कि मान्यता के अनुसार नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर मां दुर्गा अपने भक्तों को आशीर्वाद के बीच में होती है.धार्मिक दृष्टि इस दिन भक्त हवन और कन्या पूजन भी करते हैं ऐसी स्थिति में कुछ खास चीजों को इस दिन खरीद कर लाने से घर में कई तरह के लाभ भी मिलते हैं .ज्योतिष के अनुसार अगर आप नवरात्रि की अष्टमी के दिन घर में पीतल का कलश लाते हैं तो घर से वास्तु दोष समाप्त होता है. इसके अलावा पीतल का कलश लाना अत्यंत शुभ माना जाता है.
पीतल का कलश लाना अत्यंत शुभ माना जाता
अष्टमी और नवमी तिथि को अगर आप घर में मोर पंख लाते हैं तो यह भी शुभ माना जाता है. ऐसा करने से घर में सुख और समृद्धि की वृद्धि होती है नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है.इसके अलावा अगर आप अष्टमी और नवमी तिथि पर चांदी का सिक्का लाते हैं तो इससे माता दुर्गा और माता लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती है ऐसा करने से घर में आर्थिक उन्नति और स्थिरता बनी रहती है.इसके अलावा स्थिति के दिन अगर आप महिलाओं के वस्तुओं को घर मिलते हैं जैसे बिंदी चूड़ी काजल इत्यादि यह है. सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. ऐसा करने से अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.