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नैनीताल: मां के दरबार में फैशन का रंग, पारंपरिक चुनरी के साथ चढ़ रही वेलवेट और शिफॉन चुनरियां!


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नैनीताल के नयना देवी मंदिर में अब पारंपरिक चुनरी के साथ वेलवेट, शिफॉन और साटन फैब्रिक की आधुनिक चुनरियां भी चढ़ाई जा रही हैं. इनकी कीमत 1000 रुपये से शुरू होती है.

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नैनीताल

नैनीताल में मिल रहे मां की डिजाइनर वेलवेट और शिफॉन की चुनरियां

हाइलाइट्स

  • मां नयना देवी को अब वेलवेट और शिफॉन चुनरी भी अर्पित की जा रही हैं.
  • पारंपरिक चुनरी के साथ आधुनिक डिजाइन वाली चुनरियां भी लोकप्रिय हैं.
  • वेलवेट चुनरी की कीमत 1000 रुपये से शुरू होती है.

नैनीताल: उत्तराखंड का नैनीताल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ आध्यात्मिक महत्व के लिए भी जाना जाता है. यहां स्थित नयना देवी मंदिर देश के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक माना जाता है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए आते हैं. मां नयना देवी को अर्पित की जाने वाली चुनरी भी अब बदलते समय के साथ आधुनिक रंग और डिजाइन में नजर आ रही है. पारंपरिक रूप से मां को चढ़ाई जाने वाली चुनरी लाल और पीले रंग की नेट या सूती कपड़े की होती थी, जिस पर सुनहरी बॉर्डर और देवी मंत्र लिखे होते थे. लेकिन अब बदलते दौर के साथ बाजार में वेलवेट, शिफॉन और साटन फैब्रिक की आकर्षक चुनरियां भी मिल रही हैं. ये चुनरियां अलग-अलग रंगों, कढ़ाई और खूबसूरत डिजाइनों में बनाई जा रही हैं, जिन्हें लोग बड़ी संख्या में खरीद भी रहे हैं.

नैनीताल के मां नयना देवी मंदिर के पास स्थित मामू प्रसाद भंडार के मालिक शिवा बिष्ट ने बताया कि श्रद्धालु अब पारंपरिक चुनरी के साथ-साथ आधुनिक डिजाइन वाली चुनरियां भी मां के चरणों में अर्पित कर रहे हैं. वेलवेट चुनरी की खासियत इसकी चमक और मुलायम कपड़ा है, जो इसे भव्य लुक देता है. वहीं, शिफॉन चुनरियां हल्की होती हैं और इन पर सुंदर गोल्डन वर्क और एंब्रॉयडरी की जाती है.

कीमत 1000 रुपये से शुरू, बढ़ रही है मांग
शिवा ने बताया कि उनकी दुकान में मिल रही इन मॉडर्न चुनरियों की कीमत 1000 रुपये से शुरू है, जहां वेलवेट और शिफॉन की चुनरी आपको 1500 रुपये तक मिल जाएगी, जो डिजाइन और फैब्रिक के अनुसार बढ़ती जाती है. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की बढ़ती मांग को देखते हुए चुनरियों के डिजाइन में भी नए प्रयोग किए जा रहे हैं.

आस्था का प्रतीक
मां नयना देवी को चुनरी चढ़ाने की परंपरा सदियों पुरानी है. इसे श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक माना जाता है. पारंपरिक चुनरी के साथ अब आधुनिक फैशन का संगम भी देखने को मिल रहा है, जिससे मंदिर परिसर में भी आस्था के साथ-साथ रंगों की छटा बिखर रही है. बदलते दौर के साथ भले ही चुनरियों की सामग्री और डिजाइन बदल रही हो, लेकिन श्रद्धालुओं की मां के प्रति आस्था और भक्ति में कोई बदलाव नहीं आया है.

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नैनीताल: मां के दरबार में फैशन, पारंपरिक चुनरी के साथ वेलवेट-शिफॉन चुनरियां!

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