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Kamda Ekadashi Vrat 2025: हिंदू धर्म में संवत की पहली एकादशी चैत्र शुक्ल पक्ष की कामदा एकादशी होती है, जो 8 अप्रैल को है. इस व्रत से कार्यों में बाधा दूर होती है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है. साथ ही पति…और पढ़ें
2082 की पहली एकादशी का व्रत
हाइलाइट्स
- कामदा एकादशी व्रत 8 अप्रैल को है.
- व्रत से भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है.
- व्रत से नशे की लत से मुक्ति मिलती है.
ओम प्रयास /हरिद्वार. हिंदू धर्म में समय की गणना संवत से होती है. संवत में कुल 12 मास और 24 पक्ष होते हैं. हिंदू वर्ष की शुरुआत चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी पहली तिथि से हो जाती है. हिंदू वर्ष के अनुसार संवत यानी साल में कुल 24 एकादशी का आगमन होता है. साल की पहली एकादशी चैत्र शुक्ल पक्ष में एकादशी तिथि को मनाई जाती है, जिसका विशेष फल प्राप्त होता है. संवत की पहली एकादशी का व्रत विधि विधान से करने पर अनेक चमत्कारी लाभ होने की धार्मिक मान्यता है. हिंदू वर्ष की पहली एकादशी 8 अप्रैल मंगलवार को होगी.
पहली एकादशी के व्रत को लेकर ज्यादा जानकारी देते हुए पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि हिंदू वर्ष में कुल 24 एकादशी का आगमन होता है. इनमें सबसे पहले चैत्र शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को कामदा एकादशी का व्रत किया जाता है. पहली एकादशी कामदा एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, जिसका व्रत विधि विधान से करने पर कार्यों में आ रही बाधा खत्म हो जाती है और रुके हुए सभी कार्य पूर्ण हो जाते हैं. धार्मिक ग्रंथो के अनुसार एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है.
वह आगे बताते हैं कि कामदा एकादशी का व्रत 8 अप्रैल मंगलवार को किया जाएगा इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके अपने दैनिक कार्यों से निवृत होकर व्रत का संकल्प करना चाहिए. इसके बाद भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप और स्तोत्र आदि कपाट करने का विधान है पूरे दिन व्रत करके किया जाता है और जिसमें तामसिक वस्तुएं आदि पूर्ण रूप से वर्जित होते हैं. वह बताते हैं कि किसी सड़क के घर में उसका पति बच्चा या अन्य सदस्य किसी बुरी आदत या नशे का आदी हो, तो इस व्रत को करने से उसकी आदत भगवान विष्णु की विशेष कृपा से छूट जाती है. साथ ही पहली एकादशी का व्रत विधि विधान से करने पर संपूर्ण वर्ष विष्णु भगवान आशीर्वाद बनाए रखते हैं.
NOTE: इस बारे में ज्यादा जानकारी करने के लिए आप हरिद्वार के विद्वान ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री से उनके फोन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.







