हरिद्वार. पैसों की तंगी में पितरों का श्राद्ध करने में असमर्थ लोग ऐसा क्या करें कि पुरखों का आशीर्वाद सदैव बना रहे. साल 2025 में 7 सितंबर से श्राद्ध शुरू हो जाएंगे, जो आश्विन मास की अमावस्या 21 सितंबर तक किए जाएंगे. इस दौरान नाराज पितरों को मनाने और प्रेत योनि में भटक रहे पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए उनके श्राद्ध शास्त्रों में बताई गई विधि के अनुसार किए जाते हैं. हरिद्वार के विद्वान धर्माचार्य पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि साल 2025 में 7 सितंबर से पितरों के श्राद्ध शुरू हो जाएंगे. इस दौरान पितरों का श्रद्धा करने पर वे अपने लोक लौट जाते हैं और अपने वंशजों पर सदैव आशीर्वाद बनाए रखते हैं.
ये तरीका रामबाण
अगर किसी व्यक्ति के पास अपने पितरों का श्राद्ध करने के लिए पर्याप्त धन न हो तो वह गाय को हरा चारा खिलाएं और अपने पितरों को याद करते हुए अपनी स्थिति के बारे में बताएं. इससे पितृ प्रसन्न होकर अपने लोक लौट जाएंगे. अगर किसी व्यक्ति के पास घास खरीद कर खिलाने के भी पैसे न हो तो वह अपने पितरों के श्राद्ध के दिन अपने दोनों हाथ उठाकर सूर्य देव को दिखाते हुए कहें कि ‘हे पितरों इस बार मेरे पास आपका श्राद्ध करने के लिए केवल मेरी सच्ची श्रद्धा, भक्ति और भाव है, इसे स्वीकार करें’.
ये रहा मूल मंत्र
पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि शास्त्रों के अनुसार, इतना करने मात्र से अगले साल श्राद्ध पक्ष के दौरान उनके पास इतना धन आ जाता है कि वह विधि विधान से अपने पितरों का श्राद्ध कर सकते हैं. पितरों का श्राद्ध करने के लिए केवल सच्ची श्रद्धा और मन में भाव होना चाहिए. पितृ ऐसे व्यक्तियों पर सदैव अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं.
NOTE : पैसों की तंगी में कैसे करें अपने पितरों का श्राद्ध इसकी ज्यादा जानकारी के लिए आप पंडित मनोज मिश्रा से उनके फोन नंबर 9557125411 पर संपर्क कर सकते हैं.