धनु मलमास की अवधि को धार्मिक परंपराओं में आत्मसंयम और शुद्ध जीवनशैली का समय माना गया है. इस दौरान केवल विवाह या गृह प्रवेश जैसे कार्य ही नहीं रुकते, बल्कि खानपान में भी संतुलन रखने की सलाह दी जाती है. बुजुर्गों और आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार उड़द और राई जैसे भारी व उष्ण पदार्थ पाचन पर असर डाल सकते हैं. इसलिए इस महीने हल्का, सुपाच्य और सात्त्विक आहार अपनाकर शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखने पर जोर दिया जाता है.
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मलमास के दौरान उड़द और राई से क्यों बनाई जाती है दूरी, जानें इसके पीछे का कारण








