Wednesday, December 10, 2025
25 C
Surat

मीनाक्षी अम्मन मंदिर: मदुरई का रहस्यमय


Last Updated:

Meenakshi Amman Temple: वैसे तो आपने देवी के कई शक्तिपीठ और मंदिरों के दर्शन किए होंगे लेकिन दक्षिण भारत का मीनाक्षी देवी मंदिर अपने आप में एक रहस्य है. इस मंदिर को 7 अजूबों की लिस्ट में भी शामिल किया गया है. साथ ही यह मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती की एक अनोखी प्रेम कहानी को भी दर्शाता है. आइए जानते हैं इस ऐतिहासिक मंदिर के बारे में…

7 अजूबों की लिस्ट में शामिल यह मंदिर, मीनाक्षी देवी के तीन स्तन का जानें रहस्य

Meenakshi Amman Temple in Madurai: देशभर में चमत्कारी मंदिरों की कमी नहीं है. भारत के हर कोने में देवियों के सिद्ध पीठ और शक्तिपीठ मंदिर स्थित हैं. तमिलनाडु के मदुरई नगर में स्थित एक ऐतिहासिक मंदिर है, जहां मां पार्वती अनोखे रूप में विराजमान हैं. इस मंदिर को 7 अजूबों की लिस्ट में भी शामिल किया गया था. इस ऐतिहासिक मंदिर के दर्शन करने केवल भारत में नहीं बल्कि दुनियाभर से भक्त यहां आते हैं. कहते हैं जीवनकाल में एक बार इस मंदिर के दर्शन जरूर करने चाहिए और इस मंदिर का नाम है मीनाक्षी देवी मंदिर​. मंदिर की भव्य बनावट के साथ ही मीनाक्षी देवी की प्रतिमा बेहद रहस्यमयी मानी जाती है. आइए जानते हैं मीनाक्षी देवी मंदिर के बारे में खास बातें…

मंदिर की रहस्यमय चीज मां की प्रतिमा
यह मीनाक्षी देवी मंदिर पूरे विश्व के आकर्षण का केंद्र है. इस मंदिर को 7 अजूबों की लिस्ट में भी शामिल किया गया था. मंदिर में मां पार्वती मीनाक्षी देवी के रूप में पूजी जाती हैं. इस मंदिर की रहस्यमय चीज है मां की प्रतिमा, जिसपर सामान्य दो नहीं बल्कि तीन वक्षस्थल हैं. मां की अनोखी प्रतिमा को देखने के लिए देश-विदेश से भक्त अपनी मनोकामना लेकर आते हैं. ये मंदिर संतान पाने के लिए प्रसिद्ध है, क्योंकि मां मीनाक्षी को भी उनके माता-पिता ने कठोर तपस्या के बाद प्राप्त किया था.

मीनाक्षी देवी की पौराणिक कथा
2500 साल पुराने मंदिर को लेकर कई पौराणिक कथा हैं. माना जाता है कि मदुरै के राजा मलयध्वज पांड्या और उनकी पत्नी की कोई संतान नहीं थी, संतान प्राप्ति के लिए उन्होंने भगवान शिव को याद करते हुए कठोर तप किया, जिसके बाद उन्हें पुत्री के रूप में मीनाक्षी हुई. मीनाक्षी बिल्कुल भी सामान्य नहीं थीं, वे अपनी उम्र से काफी बड़ी थी और उनके तीन वक्षस्थल थे. उनके पिता मलयध्वज पांड्या को चिंता होने लगी कि उनकी बेटी से विवाह कौन करेगा, लेकिन खुद भगवान शिव ने उन्हें सपने में बताया कि मीनाक्षी का वक्षस्थल उसके जीवनसाथी के मिलने के बाद गायब हो जाएगा. मीनाक्षी को जीवनसाथी के रूप में सुंदरेश्वर देव प्राप्त हुए, जो स्वयं भगवान शिव थे. दोनों का विवाह हुआ और माना जाता है कि इसी मंदिर में सुंदरेश्वर देव और मीनाक्षी का कन्यादान भी हुआ.

भगवान विष्णु ने किया था कन्यादान
मंदिर में मां मीनाक्षी के साथ सुंदरेश्वर देव भी मौजूद हैं. मंदिर में एक गर्भगृह भी है. माना जाता है कि रात के समय मंदिर के कपाट बंद होने के बाद मां मीनाक्षी और सुंदरेश्वर देव वहां विचरण करते हैं. उस वक्त मंदिर में कोई नहीं जाता है. मीनाक्षी देवी मंदिर में भगवान गणेश और भगवान विष्णु की मूर्ति भी है. भगवान विष्णु की पूजा मां मीनाक्षी के भाई की तरह की जाती है. भगवान विष्णु ने हमेशा हर अवतार में मां पार्वती का कन्यादान किया है. शिव-पार्वती विवाह में भी भगवान विष्णु ने भाई का कर्तव्य निभाते हुए कन्यादान किया था. इसके अलावा मंदिर में भव्य गोपुरम और 1000 स्तंभों का मंडप भी है.

About the Author

authorimg

Parag Sharma

मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प…और पढ़ें

homedharm

7 अजूबों की लिस्ट में शामिल यह मंदिर, मीनाक्षी देवी के तीन स्तन का जानें रहस्य

Hot this week

Topics

Aniruddhacharya controversy। अनिरुद्धाचार्य विवादित बयान

Aniruddhacharya Controversy : धार्मिक मंच हमेशा से लोगों...
spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img