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Sun remedies astrology : सूर्य पूजा से मन शांत रहता है. आत्मविश्वास और ऊर्जा बढ़ती है. जोश, यश, समाज में सम्मान और करियर में तरक्की मिलती है. सूर्योदय से पहले पूर्व दिशा में जल अर्पित करें और ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः मंत्र का जाप करें. अगर सूर्य कमजोर हो जाए तो परेशानियां बढ़ जाती हैं, इसीलिए सदियों से सूर्य की पूजा और उसे जल अर्पण होता आया है.

सूर्य को लोग शक्ति, सम्मान और सफलता का प्रतीक मानते हैं. ज्योतिष में इसे ऊर्जा का असली स्रोत और ग्रहों का राजा कहा गया है. रोज पूजा करने से मन शांत रहता है और जिंदगी में अच्छा बदलाव दिखता है.

फरीदाबाद के महंत स्वामी कामेश्वरानंद वेदांताचार्य कहते हैं कि जब सूर्य की शक्ति मजबूत होती है तो इंसान की मुश्किलें कम होने लगती हैं. अगर सूर्य कमजोर हो जाए तो मन और समाज में परेशानियां बढ़ जाती हैं. इसीलिए उसकी पूजा और सूर्य को जल चढ़ाना फायदेमंद है.

मेष राशि के लोग कई बार खुद को थका हुआ या बेचैन महसूस करते हैं. अगर वो सुबह सुबह सूर्य को जल अर्पित करें तो उनमें जोश, हिम्मत और आत्मविश्वास आ जाता है. इससे काम में सफलता मिलती है और निजी जीवन भी बेहतर बनता है.
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सिंह राशि वालों के लिए सूर्य को जल देना काफी शुभ माना जाता है. इससे समाज में सम्मान, यश और रुतबा बढ़ता है. घर-परिवार में खुशियां आती हैं और उनकी मेहनत का अच्छा फल मिलता है.

धनु राशि के लोग जब सूर्य को जल चढ़ाते हैं तो उनके करियर और पैसों के मौके बढ़ जाते हैं. जिंदगी में तरक्की और संतुष्टि मिलती है. साथ ही उनके व्यवहार में भी पॉजिटिव बदलाव और आत्मविश्वास साफ दिखता है.

महंत स्वामी कामेश्वरानंद वेदांताचार्य के मुताबिक, सूर्य को जल चढ़ाने का सबसे अच्छा समय सूर्योदय से ठीक पहले होता है. नहाने के बाद मन साफ करके जल तैयार करें और पूजा की तैयारी करें. यही वक्त सबसे ज्यादा ऊर्जा और पॉजिटिविटी से भरा रहता है.

पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके खड़े हो जाएं. तांबे के लोटे में पानी लें उसमें थोड़ा हल्दी और फूल मिला लें. लोटे को सिर के ऊपर उठाएं और धीरे-धीरे जल अर्पित करें. इस दौरान ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः मंत्र बोलना शुभ होगा.







