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Vastu Tips For Mobile : डिजिटल युग में मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. सुबह उठने से लेकर रात सोने तक मोबाइल का इस्तेमाल आम हो गया है. मोबाइल का गलत दिशा में इस्तेमाल शुभ कार्यों में बाधा डाल सकता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, बैठने और मोबाइल चलाने की दिशा का विशेष महत्व होता है, जिससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और शुभ काम आसानी से पूरे होते हैं.

आज के डिजिटल युग में मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. सुबह उठने से लेकर रात सोने तक मोबाइल का इस्तेमाल आम हो गया है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार मोबाइल चलाने की दिशा और स्थान भी जीवन को प्रभावित करते हैं. गलत दिशा में बैठकर मोबाइल का अधिक उपयोग मानसिक तनाव, कार्यों में रुकावट और नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है. इसलिए मोबाइल उपयोग के दौरान सही दिशा का ध्यान रखना बेहद जरूरी माना गया है.

ज्योतिषी अखिलेश पांडेय ने बताया कि वास्तु शास्त्र के अनुसार हर दिशा की अपनी अलग ऊर्जा होती है. जब हम किसी दिशा में बैठते हैं तो उस दिशा की ऊर्जा हमारे मन और शरीर पर असर डालती है. मोबाइल से निकलने वाली तरंगें भी इन ऊर्जाओं के साथ मिलकर प्रभाव डालती हैं. अगर दिशा अनुकूल नहीं होती तो यह प्रभाव नकारात्मक हो सकता है. यही कारण है कि वास्तु में बैठने, काम करने और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग की दिशा को खास महत्व दिया गया है.

उत्तर पूर्व दिशा को ईशान कोण कहा जाता है और इसे पवित्र माना जाता है. इस दिशा में ध्यान और पूजा करना शुभ होता है. लेकिन वास्तु के अनुसार यहां बैठकर लंबे समय तक मोबाइल चलाना मन को अशांत कर सकता है. इससे एकाग्रता कम होती है और विचारों में भ्रम पैदा होता है. माना जाता है कि इस दिशा में मोबाइल का अधिक उपयोग मानसिक थकान और निर्णय लेने की क्षमता को कमजोर कर सकता है.
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दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना जाता है और यह स्थिरता से जुड़ी होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिशा में बैठकर ज्यादा देर तक मोबाइल चलाने से शुभ कार्यों में बाधा आ सकती है. नौकरी, पढ़ाई या विवाह जैसे महत्वपूर्ण कामों में देरी होने की मान्यता है. इसके अलावा दक्षिण दिशा में मोबाइल का अत्यधिक उपयोग आलस्य और नकारात्मक सोच को भी बढ़ा सकता है.

पश्चिम दिशा कर्म और परिणाम से जुड़ी मानी जाती है. इस दिशा में बैठकर मोबाइल चलाने से व्यक्ति जरूरत से ज्यादा सोचने लगता है. इससे तनाव और बेचैनी बढ़ सकती है. वास्तु के अनुसार पश्चिम दिशा में सीमित समय तक मोबाइल का उपयोग तो ठीक है, लेकिन लंबे समय तक बैठकर सोशल मीडिया या अनावश्यक चीजें देखने से समय की बर्बादी और कार्यों में रुकावट आ सकती है.

पूर्व दिशा को सूर्य की दिशा कहा जाता है और यह सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा में बैठकर मोबाइल चलाना शुभ होता है. इससे एकाग्रता बढ़ती है और नए विचार उत्पन्न होते हैं. पढ़ाई, ऑनलाइन काम या महत्वपूर्ण कॉल के लिए यह दिशा लाभकारी मानी जाती है. पूर्व दिशा में मोबाइल उपयोग करने से मन हल्का और ऊर्जा से भरा रहता है.

उत्तर दिशा को धन और प्रगति की दिशा कहा जाता है. इस दिशा में बैठकर मोबाइल चलाने से सकारात्मक परिणाम मिलने की मान्यता है. वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा में मोबाइल का उपयोग करने से फोकस बढ़ता है और काम में सफलता मिलती है. ऑफिस का काम, बिजनेस कॉल या ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए यह दिशा उपयुक्त मानी जाती है. इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव भी कम होता है.







