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Ayodhya Lord Rishabhdev: राम नगरी अयोध्या में तीस चौबीसी तीन लोक मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. इसके अंतर्गत 24 तीर्थंकरों की 720 प्रतिमाओं के सभी 101 पुत्रों की प्रतिमाओं समेत 1800 प्रतिमाओं का जीवंत करने की…और पढ़ें

जैन मंदिर
हाइलाइट्स
- अयोध्या में तीस चौबीसी तीन लोक मंदिर का निर्माण हो रहा है.
- भगवान ऋषभदेव के 101 पुत्रों की प्रतिमाएं भी स्थापित होंगी.
- 1800 प्रतिमाओं का जीवंत करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
अयोध्या: राम नगरी अयोध्या प्रभु राम की जन्म स्थान के साथ-साथ जैन धर्म के तीर्थंकरों की भी जन्मस्थली है. राम नगरी में जैन धर्म की भी जड़े गहरी हैं. जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव समेत पांच तीर्थंकरों ने अयोध्या में जन्म लिया था. प्रभु राम के मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में स्थित जैन धरोहर भी अब नए सिरे से समृद्ध हो रहा है. अयोध्या की रायगंज में स्थित दुनिया का पहला जैन मंदिर ऐसा बनने जा रहा है. जहां भगवान ऋषभदेव के 101 पुत्रों के भी दर्शन अयोध्या आने वाले जैन धर्म के लोग कर सकेंगे.
इसके लिए यहां पर तीस चौबीसी तीन लोक मंदिर का निर्माण भी यहां पर किया जा रहा है. इतना ही नहीं इन सभी मंदिरों में भगवान की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव भी शुरू हो चुका है. इसके अंतर्गत 24 तीर्थंकरों की 720 प्रतिमाओं भगवान ऋषभदेव के सभी 101 पुत्रों की प्रतिमाओं समेत 1800 प्रतिमाओं का जीवंत करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.
मंदिर के पीठाधीश्वर ने बताया
रायगंज जैन मंदिर के पीठाधीश्वर रविंद्र कीर्ति स्वामी जी बताते हैं कि जैन धर्म का चिन्ह माने जाने वाला तीन लोक मंदिर अयोध्या में बनकर तैयार होने वाला है. लगभग 50 फीट ऊंची स्वत: मकराना मार्बल की आवाज या रचना पूरे अयोध्या की एक आदित्य रचना बनाकर जैन धर्म का मर्म समझने के लिए तैयार है.
इसके अलावा अब जैन मंदिर में अयोध्या आने वाले जैन भक्तों को भगवान देव के 101 पुत्र का भी दर्शन मिलेगा. साथ ही 1800 प्रतिमाओं के भी दर्शन कर सकेंगे. इसके लिए इसकी प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव भी शुरू हो चुका है.
Ayodhya,Faizabad,Uttar Pradesh
March 03, 2025, 09:44 IST
भगवान ऋषभदेव के 108 प्रतिमाओं का अब अयोध्या में होगा दर्शन, जानें कैसे