पंडित सुशील पाठक ने बताया कि प्रयागराज वह पावन धरती है, जहां पर दो महत्वपूर्ण शक्तिपीठ स्थित है. हालांकि तीसरे शक्तिपीठ को लेकर कोई विशेष उल्लेख नहीं मिलता है. लेकिन, मां ललिता देवी को भी शक्तिपीठ मानकर ही लोग पूजा करते हैं. प्रयागराज में मां सती के हाथ का पंजा एवं अंगुली गिरी थी. उस स्थान पर आलोक शंकरी देवी एवं मां कल्याणी देवी विराजमान है.
