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Ramadan 2025 Rules: रमजान के पाक माह में गलतियों को तौबा करने और अच्छाई के बदले बरकत पाने के लिए विशेष महत्व होता है. यह माह समर्पण और संयम के साथ खुदा की इबादत करने का है. मान्यता है कि रमजान में रोजा रखने और …और पढ़ें

रमजान के दिनों में अकेले में तो नहीं कर रहे यह गंदा काम
रमजान का पाक महीना चल रहा है और इन दिनों अल्लाह की इबादत, दीन दुखियों की मदद और पांच वक्त की नमाज अदा करना अनिवार्य है. रोजा इस्लाम के पांच प्रमुख स्तंभ तौहिद, नमाज, रोजा, हज, जकात में से एक है. इस पाक माह में हर इंसान अपनी रूह को पवित्र करने के साथ साथ दुनियादारी की चिंता किए बगैर केवल अल्लाह की इबादत में समर्पित हो जाता है. हर इंसान गलती करता है लेकिन गलतियों को सुधारने का मौका रमजान के रोजे में मिलता है. वहीं जो रोजा रखते हैं, तो उनको कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक माना जाता है, इन नियमों का पालन करने के बाद ही रोजा पूरा माना जाता है. ऐसे में आज मास्टरबेट यानी हस्तमैथुन को लेकर सवाल आया है, जिसमें पूछा गया है कि रमजान में अगर मास्टरबेट कर लिया तो क्या रोजा टूट जाता है या नहीं. आइए इस विषय में इस्लामिक नियम क्या कहते हैं…
जानें क्या कहता है इस्लामिक नियम
रमजान के पाक माह में मास्टरबेट यानी हस्तमैथुन की कोशिश करना भी हराम माना जाता है और रोजा भी टूट जाता है. वहीं कोई अगर अकेले में इस तरह के कार्य कर लेता है तो इससे रोजे की हुर्मत यानी पवित्रता भंग हो जाती है और यह बहुत सख्त गुनाह माना जाता है. गैर रमजान में जब इस तरह के कार्य को गंदा काम करार दिया गया है तो रमजान के पाक माह में इस तरह के कार्य से बचना चाहिए क्योंकि इस्लाम में इस तरह का कार्य करना हराम माना जाता है.
ख्याल आने पर अल्लाह की इबादत करें
अकेले में इस तरह के कार्य करना गंदा तो माना जाता ही है लेकिन इससे मर्दाना ताकत भी कम हो जाती है. साथ ही मास्टरबेशन से होने वाली गंदगी से कई तरह की बीमारियां भी पैदा हो जाती है. इंसान अपनी जिस्मानी ख्वाहिश के लिए कोई भी अप्राकृतिक तरीका ना अपनाएं और जब जब ऐसे ख्याल आएं तो अल्लाह की इबादत करें और नेकी के कार्यों पर ध्यान दें. यहां तक कि इस्लाम में इस तरह के कार्यों के लिए एहतलाम यानी स्वप्नदोष को भी सही नहीं बताया गया है.
60 दिनों तक करना होगा यह काम
रमजान के पाक माह में अगर आप मास्टरबेशन जैसे अनैतिक कार्य करते हैं तो इससे रोजा टूट जाता है और इससे इलाही का गुस्सा भी झेलना पड़ सकता है. अगर ऐसा कार्य कर लेते हैं तो आप के ऊपर एक दिन की कजा अनिवार्य है. ईद के बाद 60 दिनों तक दीन दुखियों को खाना खिलाना होता है और उतने ही रोजे वापस रखने होंगे, जितने टूट गए हैं. साथ ही आपको इससे तौबा करना होगा क्योंकि इस्लाम के अनुसार बहुत बड़ा गुनाह है. इस माह में नेकी के काम करने से 70 गुना सवाब मिलता है तो अजाब भी उतना ही ज्यादा होता है. आप अधिक से अधिक नेकियां करें और ऐच्छिक रोजे भी रखें क्योंकि नेकियां गुनाहों को मिटा देती हैं और अल्लाह तआला बहुत क्षमा करने वाला अत्यंत दयावान है.
March 05, 2025, 15:20 IST
रमजान के दिनों में अकेले में तो नहीं कर रहे यह गंदा काम, टूट सकता है आपका रोजा