उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज के अनुसार, अगर राशि अनुसार पाठ कराया जाए तो जातक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. साथ ही कुंडली में राशि स्वामी ग्रह मजबूत होता है. कुंडली में ग्रहों के मजबूत रहने पर जातक को आय सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है
वृषभ: इस राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है, जो भौतिक सुख, सौंदर्य, प्रेम और समृद्धि का प्रतीक है. शुक्र की वजह से इस राशि के जातक फैशनेबल, शौकीन और रोमांटिक होते हैं. इस राशि के जातक को शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए. इस राशि वालों को शिव जी की पूजा करना काफी शुभ है. पूजा में सफेद चंदन का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए.
कर्क: इस राशि का स्वामी ग्रह चंद्रमा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्रमा मन का प्रतीक होता है. इसलिए शिव चालीसा या चंद्र चालीसा पाठ करना लाभकारी रहता है.
कन्या: इस राशि का स्वामी ग्रह बुध है. बुध ग्रह बुद्धि, तर्क, वाणी, संचार और व्यापार का कारक माना जाता है. इस राशि के जातक को गायत्री चालीसा का पाठ करना लाभकारक रहेगा.
वृश्चिक: इस राशि का स्वामी ग्रह मंगल है. पराक्रम, उत्साह और साहस का प्रतीक माना जाता है. इसलिए इस राशि के जातक को हनुमान चालीसा का पाठ करना फायदेमंद रहेगा.
मकर: इस राशि के स्वामी ग्रह शनि हैं. शनि मकर राशि के जातकों में अनुशासन, दृढ़ता और महत्वाकांक्षी जैसे गुणों का संचार करते हैं. इसलिए इस राशि के जातकों को शनि चालीसा का पाठ करना सबसे उत्तम होगा.
मीन: इस राशि के स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं. इसलिए इस राशि के जातक को बृहस्पति चालीसा का पाठ करना बेहद लाभदायक होता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.