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शनि देव की 5 प्रिय राशियां कौन सी हैं? साढ़ेसाती का भी नहीं पड़ता असर; दूसरे ग्रह भी डरते

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Shani Dev Favourite Zodiac Sign: सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह में से एक शनि ग्रह हैं. शनि को न्याय का देवता भी माना जाता है. वह जातक को कर्म के आधार पर उनको अच्छे बुरे फल देते हैं. वहीं शनि जब अपनी राशि और चाल में परिवर्तन करते हैं तो प्रभाव 12 राशियों के ऊपर अवश्य पड़ता है. कई राशि पर शनि की कुदृष्टि पड़ जाती है. इससे उन जातकों का जीवन बदहाल हो जाता है. चारो तरफ से परेशानिया आती हैं. लेकिन कुछ ऐसी राशियां है जो शनि देव की प्रिय राशियां मानी जाती हैं. इन राशियों के ऊपर शनि देव की कृपा हमेशा बनी रहती है. आइए जानते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य से कि ये राशियां कौन सी हैं?

देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one से बातचीत करते हुए कहा कि शनि सबसे क्रूर ग्रह में से एक माने जाते हैं. लेकिन जब शनि प्रसन्न होते हैं तो रंक व्यक्ति को भी राजा बना देते हैं, लेकिन कई राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव भी झेलना पड़ता है. वहीं सभी ग्रहों की अपनी-अपनी प्रिय राशियां होती हैं. शनि की भी प्रिय राशियां हैं, जिसपर शनि देव की विशेष कृपा बरसती है और आकस्मिक धन लाभ का योग बनता है. शनि की कुदृष्टि रहने के बावजूद भी इन राशियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है.

ये हैं शनि की प्रिय राशियां…
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि शनि देव को पांच राशियां प्रिय हैं. इनमें सबसे पहले है  वृषभ राशि. आइए जानते हैं विस्तार से…

वृषभ: शुक्र ग्रह की राशि वृषभ पर शनि हमेशा मेहरबान होते हैं. वृषभ राशि के जातकों पर शनि का अशुभ प्रभाव कम पड़ता है. शनि देव की कृपा से वृषभ राशि जातक के घर में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है.

तुला : तुला राशि में शनि हमेशा उच्च स्थान में रहते हैं. इसलिए तुला राशि पर शनि की हमेशा कृपा बनी रहती है. तुला राशि वाले शनि की कृपा से हर कार्य को करने में सक्षम होते हैं.

मकर : मकर राशि के स्वामी शनि देव ही होते हैं. शनि देव की प्रिय राशि में से एक मकर राशि भी है. शनि देव की कृपा से इन राशि जातक वालों को कभी भी धन दौलत और सुख समृद्धि की कमी नहीं होती है.

कुम्भ : मकर की तरह कुंभ राशि के स्वामी भी शनिदेव ही होते हैं. शनि की बुरी नजर होने के वाबजूद भी इन राशि वालों पर प्रभाव बहुत कम पड़ता है. शनि देव की कृपा से कभी भी आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है.

धनु : गुरु और शनि मित्र ग्रह माने जाते हैं. धनु गुरु की ही राशि होती है. इसलिए धनु राशि जाता के ऊपर भी शनि की कृपा हमेशा बनी रहती है. इस राशि के ऊपर भी शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव चल रहा है तो ज्यादा कष्ट नहीं पहुंचता है. आकस्मिक धन लाभ के योग बनते हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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