Last Updated:
Shukra Ashta 2025 : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भौतिक सुखों के कारक शुक्र ग्रह 31 जनवरी 2026 तक अस्त रहेंगे. इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश, सगाई, वाहन व आभूषण खरीद जैसे मांगलिक और शुभ कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इनसे अपेक्षित शुभ फल नहीं मिलता. इस अवधि में शुक्र के बीज मंत्र का जाप करने से ग्रह दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है.
हरिद्वार. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भौतिक सुखों के कारक शुक्र ग्रह पूर्व दिशा में अस्त हो चुके हैं और यह स्थिति 31 जनवरी 2026 तक बनी रहेगी. शुक्र ग्रह को धन, संपत्ति, वाहन, मकान, ऐश्वर्य और जीवन की सुख-सुविधाओं का दाता माना जाता है. ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार जब शुक्र ग्रह अस्त अवस्था में होता है, तब मांगलिक और शुभ कार्यों का पूर्ण फल नहीं मिलता. इसी कारण इस अवधि में विवाह, गृह प्रवेश और अन्य शुभ कार्य करना शास्त्रों में वर्जित बताया गया है.
शुक्र ग्रह के अस्त होने के दौरान धार्मिक ग्रंथों में मांगलिक कार्यों की तिथियों का उल्लेख भी नहीं मिलता. माना जाता है कि इस समय ग्रहों की अनुकूलता कमजोर रहती है, जिससे शुभ कार्यों में बाधा आने की संभावना बढ़ जाती है. हालांकि, इस अवधि में ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने और शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए कुछ विशेष उपाय और साधन किए जा सकते हैं. शुक्र ग्रह के अस्त काल में संयम, दान और विशेष पूजा-पाठ करने से जीवन में संतुलन बना रहता है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि शुक्र ग्रह के अस्त रहने के दौरान किन-किन कार्यों से बचना चाहिए और किन उपायों को अपनाना लाभकारी माना जाता है.
करें बीज मंत्र का जाप
हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री के अनुसार शुक्र ग्रह 31 जनवरी 2026 तक अस्त अवस्था में रहेंगे. इस अवधि को ज्योतिष शास्त्र में मांगलिक और शुभ कार्यों के लिए अनुपयुक्त माना गया है. शुक्र ग्रह के अस्त रहते विवाह, सगाई, रोका, लग्न, गृह प्रवेश, नींव पूजा, गृह निर्माण कार्य, वाहन और आभूषण की खरीदारी, बड़ी पूजाएं, धार्मिक यात्राएं, प्राण प्रतिष्ठा, यज्ञ-हवन जैसे कार्य करने से अपेक्षित शुभ फल प्राप्त नहीं होता. हालांकि इस अवधि में शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए उसके बीज मंत्र का जाप, सफेद वस्तुओं का दान और संयमित जीवन शैली अपनाने की सलाह दी जाती है. इन उपायों से ग्रह दोष के प्रभाव को कुछ हद तक कम किया जा सकता है.
About the Author

मीडिया क्षेत्र में पांच वर्ष से अधिक समय से सक्रिय हूं और वर्तमान में News-18 हिंदी से जुड़ा हूं. मैने पत्रकारिता की शुरुआत 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से की. इसके बाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड चुनाव में ग्राउंड…और पढ़ें
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.







