Monday, December 8, 2025
31 C
Surat

सास की लाडली होती हैं इस तारीख को जन्मी लड़कियां!, दोनों एक-दूसरे की नहीं सुन सकती बुराई, क्या आप भी हैं लकी


Numerology Luck: ज्योतिष शास्त्र की तरह अंक ज्योतिष का भी विशेष महत्व है. इसमें जातक की जन्मतिथि के अनुसार उसके मूलांक का निर्धारण होता है. अंक शास्त्र में प्रत्येक जातक के लिए 01 से 09 तक के अंक निर्धारित हैं. सभी मूलांक पर किसी न किसी ग्रह का अधिपत्य रहता है, जिसका प्रभाव जातक के जीवन पर पड़ता है. मूलांक के आधार पर ही जातक का स्वभाव, व्यक्तित्व और उसके भविष्यफल के बारे में बताया जाता है.

जिन लोगों का जन्म किसी माह की 3, 12, 21 और 30 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 3 होता है. इस मूलांक का स्वामी गुरु होता है. इन तारीखों में जन्मी लड़कियां बहुत लकी साबित होती हैं. ये शादी के बाद जिस घर में जाती हैं किस्मत बदल देती हैं. यही नहीं, ये अपने धनी गणों से सास की फेवरेट बन जाती हैं. इस मूलांक की खासियत Bharat.one को बता रहे हैं प्रतापविहार गाजियाबाद के ज्योतिर्विद, वास्तु एवं अंक ज्योतिष विशेषज्ञ राकेश चतुर्वेदी-

मूलांक 3 की लड़कियों के अच्छे गुण

केयरिंग: ज्योतिषाचार्य के अनुसार, मूलांक 3 की लड़कियां शादी के बाद सास की फेवरेट बन जाती हैं. दरअसल, ये लड़कियां देखभाल करने वाली और प्यार करने वाली होती हैं. इसके अलावा, रिश्तों में एक सकारात्मक ऊर्जा लाती हैं.

हंसमुख: मूलांक 3 की लड़कियां हमेशा हंसने और हंसाने का हुनर रखती हैं. ये लड़कियां किसी के भी चेहरे पर उदासी नहीं देख सकती हैं. साथ ही, घर में किसी भी बात पर नोकझोंक नहीं करती हैं. इन गुणों के चलते ही ये बहुएं सास की लड़ली बन जाती हैं.

पति के लिए भी लकी: मूलांक 3 की लड़कियों का दांपत्य जीवन बेहद सुखमय होता है. ये लड़कियां शादी के बाद ससुराल वालों को खुश रखती हैं और घर को स्वर्ग जैसा सुंदर बना देती हैं. ये जितना पिता के लिए लकी होती हैं, उतनी ही पति के लिए भी. माना जाता है कि घर में इनके कदम पड़ते ही घर में खुशियों की बहार आने लगती है.

सामाजिकता: मूलांक 3 की लड़कियां अपनी सकारात्मक ऊर्जा के लिए जानी जाती हैं. इसके अलावा, मूलांक 3 की लड़कियां आमतौर पर बहुत सामाजिक होती हैं. ये किसी भी लाचार या गरीबों की सेवा करने से सदैव तत्पर रहती हैं. साथ ही किसी की आंख में आंसू नहीं देख सकती हैं.

रचनात्मक गुण: ये कला, संगीत, लेखन, और अन्य रचनात्मक क्षेत्रों में बहुत अच्छी होती हैं. ये अपने विचारों को व्यक्त करने में संकोच नहीं करतीं और अपनी बात कहने में निपुण होती हैं. इसलिए ये ससुराल में कठिन से कठिन कार्य को भी आसानी से कर जाती हैं.

Hot this week

Topics

Indresh Upadhyay Father। इंद्रेश उपाध्याय के पिता कौन हैं

Bhagwat Bhaskar Krishna Chandra Shastri : मथुरा-वृंदावन की...
spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img