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Brahmotsav 2025: मथुरा के श्री रंगनाथ मंदिर में ब्रह्मोत्सव के पांचवे दिन भगवान रंगनाथ मोहिनी स्वरूप में पालकी यात्रा पर निकले. भक्तों में उत्साह, भव्य कुंभ आरती और विशेष पूजा-अर्चना हुई.

ठाकुर रंगनाथ भगवान मोहिनी स्वरूप में रजत निर्मित पालकी पर हुए सवार
हाइलाइट्स
- भगवान रंगनाथ मोहिनी स्वरूप में पालकी यात्रा पर निकले.
- भक्तों में अपार उत्साह, भव्य कुंभ आरती हुई.
- ब्रह्मोत्सव के दौरान हजारों श्रद्धालु शामिल हुए.
मथुरा: वृंदावन स्थित श्री रंगनाथ मंदिर के प्रसिद्ध ब्रह्मोत्सव में पंचम दिवस पर ठाकुर रंगनाथ भगवान मोहिनी स्वरूप में भक्तों को कृतार्थ करने के लिए पालकी यात्रा पर निकले. भगवान के इस अद्भुत स्वरूप के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं में अपार उत्साह देखा गया.
श्री रामानुज संप्रदाय के दिव्यदेश श्री रंगमंदिर में दस दिवसीय ब्रह्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. महोत्सव के पांचवे दिन भगवान रंगनाथ ने मोहिनी स्वरूप धारण किया. गर्भगृह में स्वर्णाभूषण से अलंकृत ठाकुर जी को रजत निर्मित पालकी में विराजित कर भव्य कुंभ आरती की गई. इसके बाद बैंड-बाजों और दक्षिण भारतीय परंपरागत वाद्य यंत्रों की मधुर ध्वनि के साथ सवारी रंगजी के बड़ा बगीचा पहुंची.
भगवान के अलौकिक स्वरूप के दर्शन
कुछ समय विश्राम के बाद ठाकुर जी की सवारी वैष्णव संप्रदाय से जुड़े मंदिरों और देवालयों तक पहुंची. पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान का यह स्वरूप समुद्र मंथन के समय का है, जब नारायण ने मोहिनी रूप धारण कर असुरों को मोहित कर दिया था और देवताओं को अमृतपान कराया था.
आज भी इस अलौकिक मोहिनी स्वरूप के दर्शन मात्र से भक्तजन प्रभु की भक्ति में लीन हो जाते हैं और सांसारिक मोह-माया से विरक्त होकर आध्यात्मिक मार्ग पर चल पड़ते हैं.
मंदिर में विशेष आयोजन
श्री रंगनाथ मंदिर में हर दिन नए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. मंदिर प्रशासन के अनुसार, ब्रह्मोत्सव के दौरान हजारों श्रद्धालु इन भव्य आयोजनों के साक्षी बन रहे हैं. दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित इस विशाल मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हो रहे हैं, जिसमें भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है.