दरभंगा : शास्त्रों के अनुसार, सनातन धर्म में हर एक कार्य के लिए शुभ मुहूर्त बनाए गए हैं. ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों द्वारा गणना के बाद शुभ मुहूर्त का दिन निर्धारित किया जाता है. यदि आप नए घर के निर्माण या प्रवेश की सोच रहे हैं, तो जान लें कि किस महीने में किस दिशा की ओर घर निर्माण या प्रवेश नहीं करना चाहिए.
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के HOD कुनाल कुमार झा बताते हैं कि गृह आरंभ के समय में यह प्रमुख रूप से देखना चाहिए कि काल का निवास उस दिशा में न हो जिस दिशा में आप अपने घर का निर्माण करवा रहे हैं. गृह आरंभ के समय में यह प्रमुख रूप से देखना चाहिए कि उस दिशा में काल का निवास ना हो जिस दिशा में आप अपने घर का निर्माण करवा रहे हैं.
पूर्व दिशा में काल का वास
अगहन, पौष और माघ इन तीन महीनों में काल पूर्व दिशा में होते हैं तो पूर्व दिशा का घर इस समय में नहीं बनाना चाहिए. सम्मुख काल हो जाने के कारण इस दिशा का घर इस 3 महीने में निर्माण नहीं किया जाता है.
दक्षिण दिशा :दक्षिण दिशा में काल का वास फाल्गुन, चैत्र और वैशाख इन 3 महीनों में होता है. तो इन तीनों महीनों में न ही घर बनवाएं और न ही गृह प्रवेश करें.
पश्चिम दिशा : ज्येष्ठ, आषाढ़ और सावन इन महीनों में काल का वास पश्चिम दिशा में होता है. इन तीन महीने में पश्चिम दिशा का जो मुख का घर होता है उस दिशा में घर का निर्माण नहीं किया जाना चाहिए.
उत्तर दिशा : उत्तर दिशा में भादप्रद, आश्विन और कार्तिक यह तीन महीना उत्तर दिशा में गृह आरंभ नहीं होगा क्योंकि उसमें भी इस दिशा में सम्मुख काल हो जाते हैं.
FIRST PUBLISHED : September 15, 2024, 22:16 IST







