बागपत: बागपत के जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित भगवान शिव का चमत्कारी मंदिर है. कहा जाता है इस मंदिर में अनेक महापुरुषों ने यज्ञ तपस्या की है. मंदिर करीब 1500 साल पुराना है और यहां पूजा करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती होती है. बागपत की नहीं दूर-दूर से भी लोग इस मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंचते हैं.
बागपत शिव मंदिर का इतिहास
शिव भक्त पंडित कपिल शर्मा ने बताया कि शिव मंदिर और बाबा खास पुरिया के नाम से इस मंदिर जाना जाता है. यह मंदिर करीब 1500 वर्ष पुराना है. सभी गांव वालों ने मिलकर इस मंदिर को बनवाया था. बाबा खासपुरिया ने मंदिर में रहकर कई सारे यज्ञ किए. तपस्या की. आज उनकी समाधि इसी मंदिर में मौजूद है. धीरे-धीरे मंदिर की मान्यता बढ़ती चली गई.
मंदिर में मन्नत मांगने आते हैं लोग
माना जाता है कि इस मंदिर में पहुंचने वाले हर भक्त की मुराद पूरी होती है. यहां शिव जी की पूजा के बाद बाबा खास पुरिया की भी पूजा अर्चना की जाती है. किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले यहां पूजा अर्चना करने की परंपरा है. माना जाता है कि ऐसा करने से नए कार्य में खूब तरक्की मिलती है.
शिव भक्तों के लिए खास है जगह
शिव भक्तों के लिए यह मंदिर आस्था का केंद्र है. हर दिन लंबी कतार लगती है. इस मंदिर में हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, गुजरात व अन्य स्थान से लोग आकर पूजा अर्चना करते हैं. लोग इस मंदिर का चमत्कार मानते हैं.
बता दें कि सिर्फ बागपत में ही नहीं, पूरे भारत के कई हिस्सों में आपको ऐसे मंदिर दिख जाएंगे जहां दूर-दूर से लोग आते हैं. Bharat.one ऐसे ही मंदिरों की जानकारी आप लोगों के लिए पुजारी से बात करके लाता है.
FIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 16:34 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.