देवघर. स्नातन धर्म मे अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी कहा जाता है. इंदिरा एकादशी का खास महत्व है. यह एकादशी भगवान विष्णु और पितृ को समर्पित रहता है. इस दिन पितृ के निमित्त श्राद्ध, तर्पण करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. मान्यता है की इस दिन व्रत रखकर विधि विधान के साथ भगवान विष्णु की पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और पितृ के नाम से दान करने से मोक्ष मिल जाता है?
कब से शुरू हो रही है एकादशी तिथि
आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 27 नवंबर दोपहर 01 बजकर 44 मिनट में हो रहा है और समापन अगले दिन यानी 28 नवंबर दोपहर 03 बजकर 12 मिनट मे हो रहा है. इसलिए उदयातिथि के अनुसार 28नवंबर को ही एकादशी का व्रत रखा जायेगा.
बन रहा है कई शुभ योग
ज्योतिषाचार्य पंडित नन्द किशोर मुदगल बताते है की इंदिरा एकादशी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और शिववास जैसे शुभ तिथि रहने वाला है. जिसके वजह इस दिन का महत्वा और भी ज्यादा बढ़ जाता है.
पूजा के क्या है शुभ मुहूर्त
एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा आराधना की जाती है. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 23 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 52 मिनट तक है. इस पूजा के मुहूर्त मे ब्रह्म मुहूर्त और विजय मुहूर्त शामिल है.
क्या महत्व है इंदिरा एकादशी का
ज्योतिषाचार्य जानकारी देते हुए की इंदिरा एकादशी के दिन व्रत अवश्य रखना चाहिए और व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा आराधना करने से सभी प्रकार के दुखो का नाश होता है. जीवन में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है. इसके साथ ही इस दिन पितृ के नाम से दान अवश्य करे उन्हें विष्णुधाम की प्राप्ति होती है.
FIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 23:17 IST
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