Pishach Yog Remedies : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों का परिवर्तन व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है. 29 मार्च 2025 को एक ऐसा समय आने वाला है जब शनि ग्रह, जो अब तक कुंभ राशि में स्थित था, मीन राशि में प्रवेश करेगा. मीन राशि में पहले से ही राहु विराजमान हैं और इस तरह शनि और राहु की युति से एक विशेष योग का निर्माण होगा, जिसे “पिशाच योग” कहा जाता है. इस दिन सूर्य ग्रहण भी होने वाला है, जो इस योग को और भी प्रभावी बना देगा. पिशाच योग के प्रभाव से कुछ राशियों को सावधान रहने की जरूरत होगी. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
पिशाच योग क्या है?
पिशाच योग तब बनता है जब शनि और राहु का मिलन होता है. शनि, जो कि कर्म का ग्रह माना जाता है और राहु, जो छाया ग्रह है और भ्रम की स्थिति पैदा करता है, दोनों का मिलन नकारात्मक प्रभाव डालता है. इस योग के दौरान व्यक्ति के जीवन में मानसिक तनाव, असफलताएं और आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह समय किसी भी प्रकार के महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए उपयुक्त नहीं होता क्योंकि इस समय ग्रहों की स्थिति अनुकूल नहीं होती है.
इन राशियों पर होगा पिशाच योग का प्रभाव
शनि और राहु की युति का पिशाच योग कुछ राशियों के लिए खासकर चुनौतीपूर्ण हो सकता है. इस योग का सबसे अधिक प्रभाव कर्क, कन्या, वृश्चिक, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर पड़ेगा. इन राशियों के जातकों को इस समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरी है, क्योंकि यह समय उनके लिए कई मुश्किलें लेकर आ सकता है.
1. कर्क राशि: इस समय परिवार और कार्यस्थल पर तनाव बढ़ सकता है. बिना सोचे-समझे निर्णय लेने से बचें.
2. कन्या राशि: यात्रा के दौरान शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं. स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है.
3. वृश्चिक राशि: वित्तीय समस्याएं और मानसिक दबाव बढ़ सकते हैं. इस समय किसी भी बड़े निवेश से बचना चाहिए.
4. कुंभ राशि: कार्यों में बार-बार विघ्न आ सकते हैं. आत्मविश्वास की कमी महसूस हो सकती है.
5. मीन राशि: रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है और पारिवारिक वातावरण में भी अशांति हो सकती है.
पिशाच योग के प्रभाव को कैसे कम करें?
पिशाच योग के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं. इन उपायों से आप इस योग के दुष्प्रभाव को कम कर सकते हैं और अपने जीवन को स्थिर बना सकते हैं.
1. दान करें: काले तिल, काली उड़द की दाल, लोहा, सरसों का तेल, काले कपड़े और छाते का दान करना फायदेमंद होता है.
2. अमावस्या पर विशेष पूजा करें: इस दिन किसी मंदिर में जाकर आटा, दाल, चावल, नमक, घी, गुड़ और कुछ पैसों का दान करें. यह उपाय विशेष रूप से लाभकारी होता है.
3. गरीबों की मदद करें: गरीबों को भोजन खिलाना और उन्हें पैसे दान करना एक पुण्य कार्य है, जो इस योग के प्रभाव को कम कर सकता है.
4. गाय और कुत्ते को रोटी खिलाएं: प्रतिदिन गाय और कुत्ते को रोटी खिलाने से भी शुभ फल प्राप्त होते हैं.
5. हनुमान चालीसा का पाठ करें: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें. यह उपाय शांति और सफलता की ओर मार्गदर्शन करता है.