Sunday, October 26, 2025
28 C
Surat

500 साल पुराना बिहार का अनोखा कुंआ… इसके पानी के बिना छठ पूजा नहीं करती शेखपुरा की महिलाएं, जानें मान्यता


Last Updated:

Sheikhpura Dal Kuan: शेखपुरा का दाल कुआं शेरशाह सूरी द्वारा 500 साल पहले निर्मित कराया गया था. छठ पूजा के दौरान यह कुंआ आस्था का केंद्र बन जाता है. इस कुएं के मीठे जल से प्रसाद बनता है. जानें कुएं का महत्व…

Sheikhpura news, Chhath Puja vidhi, kharna, Kharna ka muhurt, Chhath Puja ka timing, छठ पूजा का मुहूर्त, खरना का मुहूर्त, खरना कब है, छठ पूजा कब है, शेखपुरा न्यूज, Local 18, Bihar, Sheikhpura

शेखपुरा जिले में छठ के दौरान लोग इस कुएं के जल को काफी महत्व देते हैं. दरअसल, शेखपुरा जिला मुख्यालय में स्थित दाल कुआं छठ के दौरान लोगों की एक विशेष आस्था का केंद्र बना जाता है. इस कुएं का इतिहास 500 साल पुराना है. इस कुएं को लेकर उतनी ही पुरानी यहां के लोगों की आस्था है.

Sheikhpura news, Chhath Puja vidhi, kharna, Kharna ka muhurt, Chhath Puja ka timing, छठ पूजा का मुहूर्त, खरना का मुहूर्त, खरना कब है, छठ पूजा कब है, शेखपुरा न्यूज, Local 18, Bihar, Sheikhpura

इस कुएं का निर्माण करीब 500 साल पहले अफगान शासक शेरशाह सूरी ने अपने बंगाल यात्रा के दौरान करवाया था. तब से ही छठ व्रती दाल कुआं के पानी से ही छठ के खरना का प्रसाद बनाते हैं. बड़े ही आस्था के साथ हर साल छठ के दिन यहां व्रती की भीड़ जमा हो जाती है.

Sheikhpura news, Chhath Puja vidhi, kharna, Kharna ka muhurt, Chhath Puja ka timing, छठ पूजा का मुहूर्त, खरना का मुहूर्त, खरना कब है, छठ पूजा कब है, शेखपुरा न्यूज, Local 18, Bihar, Sheikhpura

खरना वाले दिन सुबह 5 बजे से ही बड़ी संख्या में व्रती और उनके परिजन दाल कुआं पहुंचते हैं. हाथों में दीपक, सिर पर पात्र और दिल में श्रद्धा लिए लोग यहां से पानी ले जाते हैं. कहा जाता है कि दाल कुआं का पानी इतना मीठा और शुद्ध है कि इससे बने प्रसाद में एक अलग ही स्वाद और पवित्रता होती है. यही कारण है कि यह परंपरा वर्षों से बिना किसी बदलाव के आज भी जीवित है.

Sheikhpura news, Chhath Puja vidhi, kharna, Kharna ka muhurt, Chhath Puja ka timing, छठ पूजा का मुहूर्त, खरना का मुहूर्त, खरना कब है, छठ पूजा कब है, शेखपुरा न्यूज, Local 18, Bihar, Sheikhpura

दाल कुआं के पीछे एक रोचक कथा भी है. जानकारों के अनुसार, करीब 500 साल पहले जब अफगान शासक शेरशाह सूरी अपने सैनिकों के साथ शेखपुरा से गुजर रहे थे. तब उन्होंने पहाड़ी पर कुछ समय विश्राम किया था. उसी दौरान उन्होंने सैनिकों की मदद से दल्लू चौक से चांदनी चौक तक सड़क निर्माण के लिए पहाड़ को काटकर रास्ता बनाया था. इसी क्षेत्र में उन्होंने खांडपर स्थित राम-जानकी मंदिर के पास दाल कुआं का निर्माण कराया था, जो आज भी उसी स्वरूप में मौजूद है.

Sheikhpura news, Chhath Puja vidhi, kharna, Kharna ka muhurt, Chhath Puja ka timing, छठ पूजा का मुहूर्त, खरना का मुहूर्त, खरना कब है, छठ पूजा कब है, शेखपुरा न्यूज, Local 18, Bihar, Sheikhpura

पहाड़ी इलाका होने के कारण उस समय पेयजल की बड़ी समस्या थी. जब इस कुएं से मीठा पानी निकला, तो यह लोगों के लिए वरदान बन गया. धीरे-धीरे इसका पानी दूर-दूर तक प्रसिद्ध हो गया. बुजुर्ग लखन महतो बताते हैं कि कभी जमींदार अपने सुरक्षा कर्मियों के माध्यम से बैलगाड़ी पर यह पानी मंगवाते थे. मुंगेर गजेटियर में भी दाल कुएं का जिक्र मिलता है. 1903 में प्रकाशित इस दस्तावेज़ में लिखा गया है कि शेरशाह ने वर्ष 1534 में इस कुएं का निर्माण करवाया था.

Sheikhpura news, Chhath Puja vidhi, kharna, Kharna ka muhurt, Chhath Puja ka timing, छठ पूजा का मुहूर्त, खरना का मुहूर्त, खरना कब है, छठ पूजा कब है, शेखपुरा न्यूज, Local 18, Bihar, Sheikhpura

पिछले 500 सालों से शेखपुरा बाजार और आसपास के इलाके में रहने वाले लोग हर साल यहां छठ के दौरान पहुंचते हैं. इस साल भी छठ के दौरान शेखपुरा दाल कुआं को लेकर लोगों की आस्था देखने को मिल रही है. गौरतलब है कि कई इलाकों में गंगाजल या किसी नदी के जल से भी खरना का प्रसाद बनाया जाता है.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homedharm

500 साल पुराना बिहार का अनोखा कुंआ… छठ पूजा में है इसका विशेष महत्व

Hot this week

Topics

spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img