गुरुवार व्रत में भगवान विष्णु को पीले फूल, हल्दी, अक्षत्, पंचामृत, तुलसी के पत्ते, धूप, दीप, गंध आदि अर्पित करें. उनको गुड़, चने की दाल, बेसन के लड्डू आदि का भोग लगाएं. फिर विष्णु चालीसा, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें. गुरुवार व्रत कथा सुनें और उसके बाद आरती करें. उसके बाद केले के पौधे की पूजा करें. फिर हल्दी, पीले कपड़े, चने की दाल, गुड़, पीतल के बर्तन, केसर, सोना आदि का दान करें. इस दान से गुरु ग्रह मजबूत होता है. आप चाहें तो गुरु के बीज मंत्र का जाप तुलसी या हल्दी की माला से कर सकते हैं. आज के पंचांग से देखें दिनभर के शुभ मुहूर्त, अशुभ समय आदि.
आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang), 25 दिसंबर 2025

- आज की तिथि- पञ्चमी – 01:42 पी एम तक, उसके बाद षष्ठी
- आज का नक्षत्र- धनिष्ठा – 08:18 ए एम तक, फिर शतभिषा
- आज का करण- बालव – 01:42 पी एम तक, कौलव – 01:47 ए एम, दिसम्बर 26 तक, तैतिल
- आज का योग- वज्र – 03:14 पी एम तक, फिर सिद्धि
- आज का पक्ष- शुक्ल
- आज का दिन- गुरुवार
- चंद्र राशि- कुंभ
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 07:12 ए एम
सूर्यास्त- 05:31 पी एम
चन्द्रोदय- 10:49 ए एम
चन्द्रास्त- 10:25 पी एम
आज के मुहूर्त और शुभ योग
- ब्रह्म मुहूर्त: 05:22 ए एम से 06:17 ए एम
- रवि योग: 08:18 ए एम से 07:12 ए एम, दिसम्बर 26
- अभिजीत मुहूर्त: 12:01 पी एम से 12:42 पी एम
- विजय मुहूर्त: 02:05 पी एम से 02:46 पी एम
- निशिता मुहूर्त: 11:54 पी एम से 12:49 ए एम, दिसम्बर 26
- अमृत काल: 01:35 ए एम, दिसम्बर 26 से 03:14 ए एम, दिसम्बर 26
दिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
शुभ-उत्तम: 07:12 ए एम से 08:29 ए एम
चर-सामान्य: 11:04 ए एम से 12:21 पी एम
लाभ-उन्नति: 12:21 पी एम से 01:39 पी एम
अमृत-सर्वोत्तम: 01:39 पी एम से 02:56 पी एम
शुभ-उत्तम: 04:14 पी एम से 05:31 पी एम
रात का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
अमृत-सर्वोत्तम: 05:31 पी एम से 07:14 पी एम
चर-सामान्य: 07:14 पी एम से 08:56 पी एम
लाभ-उन्नति: 12:22 ए एम से 02:04 ए एम, दिसम्बर 26
शुभ-उत्तम: 03:47 ए एम से 05:29 ए एम, दिसम्बर 26
अमृत-सर्वोत्तम: 05:29 ए एम से 07:12 ए एम, दिसम्बर 26
आज के अशुभ समय
- यमगण्ड- 07:12 ए एम से 08:29 ए एम
- गुलिक काल- 09:46 ए एम से 11:04 ए एम
- राहुकाल- 01:39 पी एम से 02:56 पी एम
- दुर्मुहूर्त- 10:38 ए एम से 11:19 ए एम, 02:46 पी एम से 03:27 पी एम
- राज पंचक- पूरे दिन
- दिशाशूल- दक्षिण
शिववास
कैलाश पर – 01:42 पी एम तक, उसके बाद नन्दी पर.







