कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सिखों के पहले गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था. इस वजह से हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर गुरु नानक जयंती मनाई जाती है. इस दिन गुरुद्वारों को रोशनी से सजाते हैं, कीर्तन और गुरुवाणी सुनते हैं, अरदास करते हैं, लंगर लगाए जाते हैं. साथ ही गुरु नानक देव जी के उपदेशों को सुनने से जीवन में सुख और शांति आती है. जो लोग बुधवार व्रत हैं, वे गणेश जी की पूजा करें और व्रत कथा सुनें. गणेश जी का दूर्वा और मोदक अवश्य अर्पित करें. बुधवार व्रत और पूजा से बुध दोष मिटता है. आज हरी मूंग, हरे कपड़े, कांसे के बर्तन आदि का दान करें. इससे भी बुध ग्रह मजबूत होता है. आज स्वर्ग की भद्रा भी है. हालांकि इसका कोई दुष्प्रभाव धरती पर नहीं होगा. पंचांग से देखें आज के शुभ मुहूर्त.
आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang), 5 नवंबर 2025
- आज की तिथि- पूर्णिमा – 06:48 पी एम तक, फिर मार्गशीर्ष कृष्ण प्रतिपदा
- आज का नक्षत्र- अश्विनी – 09:40 ए एम तक, भरणी – 06:34 ए एम, नवम्बर 06 तक, फिर कृत्तिका
- आज का करण- विष्टि – 08:44 ए एम तक, बव – 06:48 पी एम तक, बालव – 04:51 ए एम, नवम्बर 06 तक, कौलव
- आज का योग- सिद्धि – 11:28 ए एम तक, व्यतीपात
- आज का पक्ष- शुक्ल
- आज का दिन- बुधवार
- चंद्र राशि- मेष
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:36 ए एम
सूर्यास्त- 05:33 पी एम
चन्द्रोदय- 05:11 पी एम
चन्द्रास्त- चन्द्रास्त नहीं
आज के शुभ मुहूर्त और योग
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:52 ए एम से 05:44 ए एम
- विजय मुहूर्त: 01:54 पी एम से 02:38 पी एम
- अभिजीत मुहूर्त: कोई नहीं
- निशिता मुहूर्त: 11:39 पी एम से 12:31 ए एम, नवम्बर 06
- अमृत काल: 02:23 ए एम, नवम्बर 06 से 03:47 ए एम, नवम्बर 06
- सर्वार्थ सिद्धि योग: 06:34 ए एम, नवम्बर 06 से 06:37 ए एम, नवम्बर 06
- देव दिवाली मुहूर्त: 5:15 पी एम से 7:50 पी एम तक
दिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
लाभ-उन्नति: 06:36 ए एम से 07:58 ए एम
अमृत-सर्वोत्तम: 07:58 ए एम से 09:20 ए एम
शुभ-उत्तम: 10:42 ए एम से 12:04 पी एम
चर-सामान्य: 02:49 पी एम से 04:11 पी एम
लाभ-उन्नति: 04:11 पी एम से 05:33 पी एम
रात का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
शुभ-उत्तम: 07:11 पी एम से 08:49 पी एम
अमृत-सर्वोत्तम: 08:49 पी एम से 10:27 पी एम
चर-सामान्य: 10:27 पी एम से 12:05 ए एम, नवम्बर 06
लाभ-उन्नति: 03:21 ए एम से 04:59 ए एम, नवम्बर 06
आज के अशुभ समय
- यमगण्ड- 07:58 ए एम से 09:20 ए एम
- गुलिक काल- 10:42 ए एम से 12:04 पी एम
- राहुकाल- 12:04 पी एम से 01:27 पी एम
- दुर्मुहूर्त- 11:43 ए एम से 12:26 पी एम
- भद्रा- 06:36 ए एम से 08:44 ए एम
- भद्रा वास- स्वर्ग में
- दिशाशूल- उत्तर
शिववास
श्मशान में – 06:48 पी एम तक, उसके बाद गौरी के साथ.







