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Amarnath Yatra 2025: बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने जा रही है, जो 9 अगस्त यानी रक्षाबंधन तक चलेगी. बता दें, सीकर से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए यात्रियों का पहला जत्था 29 जून क…और पढ़ें
29 जून को रवाना होगा सीकर से पहला जत्था
हाइलाइट्स
- अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से 9 अगस्त तक चलेगी
- यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 14 अप्रैल से शुरू होगा
- सीकर से पहला जत्था 29 जून को रवाना होगा
सीकर: अमरनाथ जाने की इच्छा रखने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है. बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने जा रही है, जो 9 अगस्त यानी रक्षाबंधन तक चलेगी. बता दें, इस बार यह यात्रा केवल 38 दिनों की होगी. बीते 10 सालों में इस बार होने वाली यात्रा सबसे कम दिनों की होगी. 14 अप्रैल से यात्रा पर जाने वाले लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होगी, जो ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से होगी. यानी अमरनाथ जाने की तैयारी कर रहे यात्री 14 अप्रैल से प्री रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
आपको बता दें, अमरनाथ यात्रा में हर बार की तरह अबकी बार भी सीकर के यात्रियों की सुविधाओं के लिए, श्री अमरनाथ लंगर सेवा समिति श्रीगंगानगर शाखा सीकर की ओर से 33वां भंडारा लगाया जाएगा. इस सेवा समिति के सदस्य अशोक सैनी ने बताया, कि यह भंडारा अमरनाथ की गुफा के समीप ही लगेगा, जिसका बेस कैंप हर साल की तरह बालटाल में लगेगा. आगे वे बताते हैं, इस भंडारे में यात्रियों के लिए भोजन व ठहरने के लिए व्यवस्था की जाती है.
29 जून को रवाना होगा सीकर से पहला जत्था
सीकर से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए यात्रियों का पहला जत्था 29 जून को रवाना होगा. अमरनाथ यात्रा के आयोजक और पूर्व पार्षद अशोक कुमार सैनी के मुताबिक, यह जत्था 19वीं बार रामलीला मैदान से अमरनाथ के दर्शन के लिए जाएगा. पहले जत्थे में 100 लोग शामिल होंगे, जबकि दूसरा जत्था 11 जुलाई को बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना होगा.
अमरनाथ यात्रा भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित अमरनाथ गुफा तक की एक धार्मिक यात्रा है, जिसे शिव भक्त करते हैं. इस यात्रा का हिन्दू धर्म में बहुत महत्व है क्योंकि यहां भगवान शिव के पवित्र हिमलिंग रूप की पूजा होती है. यह यात्रा हर साल श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन होती है
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.







