Sunday, November 23, 2025
26 C
Surat

Attukal Bhagavathy Temple History in hindi | men Entry banned for one day in Attukal Bhagavathy Mandir of Maa Bhadrakali | मां भद्रकाली के अट्टुकल भगवती मंदिर में एक दिन के लिए पुरुषों की एंट्री बैन


Last Updated:

Attukal Bhagavathy Temple: वैसे तो आपने देशभर में माता काली के कई मंदिर देखे होंगे और पूजा की होगी लेकिन तिरुवनंतपुरम शहर में मां भद्राकाली का एक ऐसा मंदिर है, जहां दर्शन करने मात्र से मां सभी परेशानियों का काट देती हैं और सुख-शांति और समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं. साथ ही इस मंदिर में एक दिन ऐसा आता है, जब पुरुषों की एंट्री बैन हो जाती है. आइए जानते हैं माता के इस मंदिर के बारे में…

मां भद्रकाली के इस मंदिर में पुरुषों की एंट्री बैन, वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज

Attukal Bhagavathy Temple: भारत में कई मंदिर अपनी दिव्यता और पवित्रता के लिए प्रसिद्ध हैं. कई ऐसे भी मंदिर हैं जहां स्थानीय उत्सवों को इतने बड़े और भव्य पैमाने पर मनाया जाता है कि वे इन मंदिरों की पहचान का मुख्य भाग बन जाते हैं. वहीं, कुछ ऐसे भी मंदिर हैं जहां इन सब चीजों का एक साथ समागन देखने के लिए मिलता है. तिरुवनंतपुरम का अट्टुकल भगवती मंदिर ऐसा ही दिव्य मंदिर है, जहां मां भगवती, देवी भद्रकाली के रूप में गर्भगृह में मौजूद हैं और भक्तों को समृद्धि और मोक्ष का वरदान देती हैं. पूरे साल में एक दिन ऐसा आता है, जब पुरषों की एंट्री को बैन कर दिया जाता है, उस दिन केवल महिलाएं ही पूजा पाठ करती हैं. आइए जानते हैं मां भद्रकाली के इस मंदिर के बारे में…

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज
अट्टुकल भगवती मंदिर केरल के तिरुवनंतपुरम शहर में मौजूद है. इस मंदिर में मां भद्रकाली मुख्य देवी के रूप में विराजमान हैं. यह मंदिर इसलिए भी खास है क्योंकि एक दिन ऐसा होता है जब मंदिर में पुरुषों के प्रवेश पर पाबंदी होती है. ‘अट्टुकल पोंगाला’ उत्सव के दिन मंदिर में केवल महिलाएं ही आ सकती हैं. बाकी के दिनों में पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रवेश की अनुमति होती है. अट्टुकल पोंगाला फेस्टिवल 10 दिन तक चलता है और इस दौरान लाखों की संख्या में महिलाएं शामिल होती हैं. यह त्यौहार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है.

तमिल संस्कृति से सराबोर मंदिर की वास्तुकला
मंदिर में विराजमान मां भद्रकाली को समृद्धि और मोक्ष की देवी माना जाता है. भक्तों का मानना है कि इस मंदिर में मां के सामने मांगी गई हर मुराद पूरी होती है. मुराद पूरी होने पर मां भद्रकाली के लिए विशेष अनुष्ठान भी किया जाता है. पोंगल उत्सव के दौरान भी मंदिर में महिलाएं मां भद्रकाली के लिए खास अनुष्ठान करती हैं. मंदिर की वास्तुकला भी तमिल संस्कृति से सराबोर है, जो पारंपरिक तमिल और केरल वास्तुकला शैलियों का मिश्रण है. मंदिर स्तंभों पर देवी काली, श्री पार्वती, भगवान शिव और भगवान विष्णु के दस अवतारों की सुंदर नक्काशी है, जो मंदिर की सुंदरता को बढ़ाती हैं.

मंदिर का इतिहास
पौराणिक कथा की मानें, तो एक शाम एक व्यक्ति नदी पार कर रहा था, तभी एक छोटी सी कन्या नदी पार कराने के लिए कहती है. व्यक्ति कन्या के चेहरे के तेज से प्रभावित होता है और दिल से उसे अपने घर आने का न्योता देता है. व्यक्ति कन्या के आगमन की तैयारी करता है लेकिन कन्या गायब हो जाती है और उस व्यक्ति को सपने में दर्शन देकर तीन रेखाओं वाले स्थान के बारे में बताती है. कन्या कहती है कि जहां पहाड़ी पर तीन रेखाएं बनी हैं, वहां मंदिर का निर्माण कराया जाए. अगले दिन व्यक्ति को बताई गई जगह पर तीन निशान मिलते हैं. जैसे ही बात गांव में फैली, सभी लोग मिलकर मां के मंदिर का निर्माण करवाते हैं. मंदिर में चार भुजा वाली मां भद्रकाली की प्रतिमा की स्थापना की गई है.

authorimg

Parag Sharma

मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प…और पढ़ें

मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प… और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homedharm

मां भद्रकाली के इस मंदिर में पुरुषों की एंट्री बैन, वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज

Hot this week

Topics

Who Should Avoid Peanuts Expert Explains Health Risks | किन लोगों को मूंगफली नहीं खानी चाहिए

Peanuts Common Side Effects: सर्दियों में अधिकतर लोगों...
spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img