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Badrinath Temple : बद्रीनाथ धाम, भगवान विष्णु का निवास स्थल, उत्तराखंड में स्थित है. बद्रीनाथ धाम का दर्शन मोक्ष प्रदान करता है.हर साल बद्रीनाथ धाम में मंदिर के पट लगभग नवंबर माह में बंद हो जाते हैं.आइए जानते ह…और पढ़ें

बद्रीनाथ धाम का महत्व और दर्शनीय स्थल.
हाइलाइट्स
- बद्रीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल 2025 को खुलेंगे.
- अक्षय तृतीया पर बद्रीनाथ धाम के दर्शन होंगे.
- बद्रीनाथ धाम का दर्शन मोक्ष प्रदान करता है.
Badrinath Temple : सनातन धर्म के चार धामों में से एक धाम भगवान विष्णु का निवास स्थल है इसे बद्रीनाथ धाम कहते हैं. उत्तराखंड राज्य में अलकनंदा तक नदी के तट पर नर और नारायण नमक दो पर्वतों की बीच स्थित है. चार धामों में बद्रीनाथ, द्वारिका, जगन्नाथ जी, और रामेश्वरम आते हैं. बद्रीनाथ धाम को बद्रीविशाल भी कहते हैं. व्यक्ति को बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने के साथ केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के भी दर्शन करने चाहिए.हर साल बद्रीनाथ धाम में मंदिर के पट लगभग नवंबर माह में बंद हो जाते हैं. जिसके खुलने का समय आ गया है. आइए जानते हैं कब खुलेंगे भगवान बद्रीनाथ के कपाट.
बद्रीनाथ में घूमने लायक स्थान : बद्रीनाथ में स्थित भगवान विष्णु की वेदी के अलावा प्रमुख मंदिर के साथ कई प्राचीन स्थल है. अलकनंदा नदी के तट पर तप्तकुंड. ब्रह्म कपाल, शेष नेत्र भगवान विष्णु के चरण पादुका के निशान के अलावा बर्फ से ढका ऊंचा एक शिखर नीलकंठ है. यह हिमालय की गोद में बसा हुआ बहुत ही सुंदर तीर्थ है.
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बद्रीनाथ मंदिर का महत्व : शास्त्रों के अनुसार चार धामों में से प्रमुख बद्रीनाथ धाम के जो व्यक्ति दर्शन कर लेता है उसे पुनः गर्भ में नहीं आना पड़ता है. अर्थात उस व्यक्ति को दोबारा जन्म नहीं लेना पड़ता है. शास्त्रों के अनुसार मनुष्य का बद्रीनाथ धाम में दर्शन करने से मोक्ष हो जाता है. बद्रीनाथ धाम में एक अखंड ज्योति जलती है. जिसे जगतपालक भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है. बद्रीनाथ धाम में बद्री विशाल मंदिर का निर्माण आदि शंकराचार्य ने आठवीं शताब्दी में कराया था. इस स्थान पर स्वयं भगवान विष्णु ने ध्यान लगाया था.
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कब खुलेंगे कपाट : बद्रीनाथ मंदिर लगभग नवंबर में बंद हो जाता है और यहां से चार धाम यात्रा अस्थाई रूप से स्थगित कर दी जाती है. किस तिथि में यह मंदिर बंद होगा इसकी घोषणा विजयदशमी को कर दी जाती है. वर्ष 2024 में 17 नवंबर 2024 को रात्रि 9:07 पर बंद हुआ था बद्रीनाथ धाम. बसंत पंचमी के दिन टिहरी के राजा राजदरबार से इसके खुलने की घोषणा करते हैं. इस वर्ष 30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर चार धाम यात्रा की शुरुआत होने के साथ बद्रीनाथ धाम में भगवान बद्री विशाल के पट खोले जाएंगे.