दिल्ली: ये तो आप भी जानते हैं कि आपके घर के वास्तुशास्त्र से क्या रिश्ता होता है. हालांकि, क्या आपने कभी अपने घर के छोटे-छोटे पौधों को ध्यान से देखा है? अगर आप सोच रहे हैं, तो आज हम आपको एक ऐसे पौधे के बारे में बता रहे हैं, जो ना सिर्फ आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है, बल्कि आपकी जिंदगी को और बेहतर बना सकता है. बता दें कि वास्तु शास्त्र में काफी पौधे हैं जो घर में शांति, समृद्धि और खुशहाली ला सकते हैं, तो आज हम बात करेंगे एक ऐसे पौधे, “अपराजिता” के बारे में, जो घर में सुकून और समृद्धि लाने में मददगार है.
अपराजिता पौधे की वास्तु में भूमिका
साकारात्मक ऊर्जा का संचार: अपराजिता पौध घर में साकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है, जिसके घर का माहौल शांतिपूर्ण और समृद्ध बना रहता है.
धन और समृद्धि में वृद्धि: ऐसी मान्यता है कि इस पौधे को घर में लगाने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है.
भगवान शिव का प्रिय पौधा: अपराजिता पौधा भगवान शिव का प्रिय पौधा माना जाता है और इसके नीले या सफेद रंग के फूल शिव की पूजा में भी इस्तेमाल होते हैं.
अपराजिता पौधे की दिशा
सही दिशा: अपराजिता पौधे को उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा में लगना शुभ माना जाता है. ये दिशाएं समृद्धि और सुख-शांति से जुड़ी हैं.
किस दिशा में नहीं लगाना चाहिए: बता दें कि दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य) दिशा में इस पौधे को नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि ये दिशा नकारात्मक ऊर्जा से जुड़ी होती है.
अपराजिता पौधे के लाभ (Benefits of Aparajita Plant)
सुख-शांति: बता दें कि इस पौधे को घर में लगाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और वातावरण सकारात्मक रहता है.
धन की वृद्धि: अपराजिता का पौधा धन की कमी को दूर करता है और समृद्धि में वृद्धि करता है.
अपराजिता के पौधे की देखभाल कैसे करें (How to care for Aparajita plant)
सूरज की रोशनी: अपराजिता का पौधा पूरी तरह से सूरज की रोशनी में उगता है, इसलिए इसे ऐसे जगह पर लगाएं जहां पूरी रोशनी मिलती हो.
कन्या राशि वालों के लिए कैसा रहेगा 2025, क्या पूरे होंगे अधूरे सपने या फिर आएंगी बड़ी परेशानियां? जानिए यहां
मिट्टी और जल: मिट्टी अच्छी तरह से जल निकलने वाली होनी चाहिए. पानी को नियम से देना जरूरी है, लेकिन अधिक पानी से बचना चाहिए.
FIRST PUBLISHED : December 31, 2024, 13:27 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.