Bhanu Saptami 2025: सनातन धर्म में व्रत एवं त्योहार का विशेष महत्व है. इसलिए सप्ताह का हर दिन पूजा के लिए खास माना जाता है. इसी क्रम में आज यानी रविवार को भानु सप्तमी का पर्व मनाया जा रहा है. ज्योतिष आचार्यों की मानें, तो हर मास में दो सप्तमी तिथि आती हैं और इनमें रविवार के दिन की सप्तमी तिथि को भानु सप्तमी, रविवारी सप्तमी या रथ सप्तमी के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान सूर्य को विशेष अर्घ्य दिया जाता है और पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है.
मान्यता है कि भानु सप्तमी के दिन सूर्यदेव की पूजा अर्चना और व्रत करने से मान-सम्मान और यश में वृद्धि होती है और कुंडली में सूर्य की स्थिति भी अनुकूल रहती है. हालांकि, ज्योतिष शास्त्र में इस दिन कुछ कार्यों को करना निषेध माना गया है. इसकी अनदेखी जीवन पर भारी पड़ सकती है. अब सवाल है कि आखिर रविवारी सप्तमी के दिन क्या न करें? भानु सप्तमी का महत्व क्या है? सूर्यदेव की पूजा का शुभ समय क्या है? इस बारे में Bharat.one को बता रहे हैं उन्नाव के ज्योतिषाचार्य ऋषिकांत मिश्र शास्त्री-
भानु सप्तमी 2025 का महत्व
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, रविवारी या भानु सप्तमी के दिन भगवान सूर्य की पूजा का विधान है. इस दिन व्रत करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और रोग व दोष दूर होते हैं. बता दें कि, सूर्यदेव ही ग्रहों के राजा हैं और इस बार विक्रम संवत 2082 के राजा और मंत्री दोनों सूर्य देव हैं. मान्यता है कि जीवन में अगर कोई समस्या चल रही है तो वह अगर भानु सप्तमी का व्रत कर ले तो उसकी सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं.
भानु सप्तमी 2025 पूजा मुहूर्त
आज भगवान सूर्य की पूजा करने के लिए सबसे सही मुहूर्त सुबह 05 बजकर 52 मिनट से 11 बजकर 48 मिनट तक होगा. इस समय सूर्यदेव की पूजा अर्चना करने से सभी कष्ट दूर होंगे और आरोग्य की प्राप्ति होगी.
रविवारी सप्तमी पर क्या न करें
ताड़ का फल न खाएं: ज्योतिषाचार्य कहते हैं कि, ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार- सप्तमी तिथि को ताड़ का फल खाने से बचना चाहिए. ऐसा करने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश हो सकता है.
तिल का तेल निषिद्ध: ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना भी निषिद्ध है. इसकी अनदेखी करने से प्रेम जीवन में कठिनाइयां पैदा हो सकती हैं.
ये चीजें न खाएं: ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा, दिन कांसे के पात्र में भोजन भी नहीं करना चाहिए.
भानु सप्तमी पर क्या करें
बिल्व वृक्ष का पूजन: स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए. जातक के ऐसा करने से जाने-अंजाने में हुए ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं.
घर में एक मंदिर रखें: एक घर में अलग-अलग पूजाघर बनवाने की बजाए मिल-जुलकर एक मंदिर बनवाए. एक घर में कई मंदिर होने पर वहां के सदस्यों को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
इस उपाय से होगी बरकत: घर में बरकत नहीं होती तो खड़ी हल्दी की सात गांठे और खड़ा नमक कपडे में बांध लें और कटोरी में रख दें घर के किसी भी कोने में, बरकत होगी.