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Chandra Grahan 2025: साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर, रविवार को रात 9 बजकर 58 मिनट पर लगेगा और इसका समापन 8 सितंबर की रात 1 बजकर 26 मिनट पर होगा. ज्योतिषाचार्य के अनुशार चार राशियों के लिए चंद्र ग्रहण बेहद अशुभ साबित होगा. (रिपोर्ट:शुभम/उज्जैन)

हिंदू धर्म में ज्योतिष शास्त्र का विशेष महत्व है. शास्त्रों में बताया गया है कि धार्मिक दृष्टिकोण से ग्रहण को अशुभ माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण को एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना गया है, जिसे धार्मिक दृष्टि से शुभ नहीं माना जाता. चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किए जाते. कुछ ही दिनों में वर्ष का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जो इस बार भारत में भी दिखाई देगा.

भारत में दिखाई देने के कारण इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन और सभी राशियों पर पड़ेगा. शुभ और अशुभ, दोनों ही प्रकार के परिणाम देखने को मिल सकते हैं. कुछ राशियां ऐसी भी हैं, जिनके लिए यह ग्रहण बेहद अशुभ साबित होगा. आइए उज्जैन के ज्योतिषाचार्य आनंद भारद्वाज से जानते हैं कि यह ग्रहण कब लगेगा और किन राशियों को इससे हानि होगी.

साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर, रविवार को रात 9 बजकर 58 मिनट पर लगेगा और इसका समापन 8 सितंबर की रात 1 बजकर 26 मिनट पर होगा. ज्योतिष के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण ‘ब्लड मून’ के रूप में दिखाई देगा, जिसमें चंद्रमा पूरी तरह लाल रंग का दिखेगा. चार राशियों के लिए चंद्र ग्रहण बेहद अशुभ साबित होगा.

कर्क – इस राशि के स्वामी चंद्र ग्रह हैं. ऐसे में चंद्र ग्रहण का प्रतिकूल प्रभाव कर्क राशि वालों पर पड़ेगा. क्योंकि ग्रहण के दौरान चंद्रमा की शक्ति क्षीण हो जाती है. ऐसे में ग्रहण के दौरान आपको मानसिक रूप से स्थिर रहने की आवश्यकता है और सेहत व रिश्तों पर भी ध्यान देने की जरूरत है.

कन्या – इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण कन्या राशि के छठे भाव में लगेगा और आपके कामों पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा. इस समय किसी बड़े कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए. धन, रिश्ते और स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह समय शुभ नहीं रहेगा.

कुंभ – इस बार का चंद्र ग्रहण आपकी राशि में ही लग रहा है. इसलिए कुंभ राशि वालों को विशेष सतर्कता बरतनी होगी. ग्रहण की छाया से सेहत संबंधी परेशानी हो सकती है. साथ ही आपसी संबंधों में भी मन-मुटाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.

मीन – आपकी राशि के द्वादश भाव में चंद्र ग्रहण लगेगा और परेशानियों को बढ़ाएगा, क्योंकि यह हानि का भाव होता है. ऐसे में आर्थिक खर्चों में बढ़ोतरी की आशंका है. सेहत और संबंधों को लेकर भी चंद्र ग्रहण के दौरान सावधान रहने की आवश्यकता है.