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Chandra Grahan 2025: राजस्थान में आगामी चंद्रग्रहण का समय तय हो गया है. जयपुर, जोधपुर, भरतपुर और उदयपुर में इसका अलग-अलग समय रहेगा. राज्यभर में सूतक काल भी घोषित किया गया है. ग्रहण के दौरान ज्योतिषाचार्य कहते ह…और पढ़ें
शनि मंदिर पुजारी निरंजन भार्गव ने बताया कि चंद्रग्रहण का प्रभाव हर व्यक्ति की राशि पर अलग-अलग तरीके से पड़ेगा. जहां कुछ राशियों के लिए यह सकारात्मक परिवर्तन लाएगा, वहीं कुछ के लिए सतर्कता का समय रहेगा. उन्होंने कहा कि यह अवधि ध्यान, मंत्रजाप और पूर्वजों की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है. सूतक काल में वृद्ध, बालक और रोगी को छोड़कर अन्य सभी को भोजन से परहेज रखने की सलाह दी गई है.
राजस्थान में भी यह खगोलीय नजारा हर जिले से देखा जा सकेगा. राजधानी जयपुर में ग्रहण रात 9:57 बजे से शुरू होगा और सुबह 1:26 बजे तक नजर आएगा. सीकर, भरतपुर, अजमेर, अलवर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, जैसलमेर और बीकानेर सहित सभी जिलों में यह समय एक जैसा रहेगा. हालांकि, स्थानीय मौसम की स्थिति के कारण दृश्यता पर असर पड़ेगा. इसके अलावा चंद्र ग्रहण आरंभ होने के करीब 9 घंटे पहले सूतक काल आरंभ हो जाएगा.
ऐसे में 7 सितंबर को दोपहर करीब 1 बजकर 57 मिनट से सूतक काल आरंभ हो जाएगा, जो ग्रहण खत्म होने के साथ समाप्त हो जाएगा. राजस्थान के सभी शहरों में सूतक काल का समय आज 12:25 से देर रात 01:26 तक रहेगा. मंदिरों में दर्शन के समय पर भी इसका असर पड़ेगा. प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में सूतक काल के दौरान पट बंद रहेंगे. जयपुर के गोविंद देवजी मंदिर, खाटूश्यामजी धाम, अजमेर के अन्नपूर्णा मंदिर, मेहंदीपुर बालाजी, सालासर बालाजी सहित अन्य बड़े मंदिरों में रविवार को भक्तों के लिए बंद रहेंगे. धार्मिक मान्यता के अनुसार चंद्रग्रहण को अशुभ काल माना जाता है.
With more than 6 years above of experience in Digital Media Journalism. Currently I am working as a Content Editor at News 18. Here, I am covering lifestyle, health, beauty, fashion, religion, career, politica…और पढ़ें
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