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Chandra Grahan 2025: चंद्र ग्रहण के दौरान बच्चे और बीमार लोगों के लिए क्या है नियम? काशी के ज्योतिषी से जानें सबकुछ


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Varanasi News: काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि चंद्रग्रहण और उसके 9 घण्टे पहले शुरू होने वाले सूतक काल को लेकर शास्त्रों में कई संहिता तय किए गए है.

वाराणसी: साल का दूसरा और अंतिम चंदग्रहण रविवार (7 सितंबर) को लगेगा. यह ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा. पितृपक्ष से ठीक पहले लग रहा ये ग्रहण कई मायनों में खास है. यह ग्रहण पूरे भारत में एक ही समय पर दिखेगा यानी इसके स्पर्श, मध्य और मोक्ष का समय एक ही है. वैसे तो चन्द्र ग्रहण और उससे पहले शुरू होने वाले सूतक काल को लेकर कई नियम शास्त्रों में बताएं गए हैं, लेकिन यह नियम बच्चों पर लागू होते हैं या नहीं आइए जानते हैं..

काशी के ज्योतिषाचार्य पण्डित संजय उपाध्याय ने बताया कि चंद्रग्रहण और उसके 9 घंटे पहले शुरू होने वाले सूतक काल को लेकर शास्त्रों में कई संहिता तय किए गए है, जिसमें भोजन के साथ पूजा-अनुष्ठान तक को वर्जित किया गया है. लेकिन कुछ लोगों पर यह नियम लागू नहीं होता, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं. 5 साल से छोटे बच्चे ग्रहण के दौरान भी भोजन कर सकतें हैं. सिर्फ भोजन ही नहीं बल्कि उनके पानी पीने पर भी कोई पाबंदी नहीं है. हालांकि, ये जरूर ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे जिस भोजन को खा रहे हैं उसमें सूतक काल की शुरुआत से पहले ही तुलसी के पत्ते जरूर पड़े हो.

ये नियम भी बच्चों पर नहीं होता लागू

इसके अलावा, ग्रहण काल में मल-मूत्र के त्याग भी नहीं करना चाहिए, लेकिन यह नियम भी बच्चों के साथ वृद्ध और बीमार जन पर लागू नहीं होता है. वैसे तो ग्रहण के शुरुआत और मोक्ष के बाद स्नान जरूरी है, लेकिन छोटे बच्चों के लिए शास्त्रों में इसकी भी छूट है.

चंद्रग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कई बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए. जो भी महिला गर्भवती है वो ग्रहण काल के दौरान सोए नहीं बल्कि जप और तप करें. इसके अलावा इस समय में उन्हें किसी भी धारदार चीजों का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए. जैसे, उन्हें चाकू से फल-सब्जी को भूलकर भी नहीं काटना चाहिए वरना इसका असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है. 

इस समय शुरू होगा ग्रहण

काशी के ज्योतिषी पण्डित संजय उपाध्याय के अनुसार, रविवार को ग्रहण काल की शुरुआत रात 9 बजकर 57 मिनट पर होगी. मध्य काल 11 बजकर 41 मिनट, जबकि मोक्ष रात 1 बजकर 27 मिनट पर होगा. सूतक की शुरुआत ग्रहण के स्पर्श से 9 घण्टे पहले होगी.

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चंद्र ग्रहण के दौरान बच्चे और बीमार लोगों के लिए क्या है नियम? यहां जानें

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