Moon In 10th House: जन्म कुंडली में चंद्रमा की स्थिति हमेशा हमारी मानसिक स्थिति, भावनाओं और सोचने समझने की क्षमता पर गहरा असर डालती है. जब चंद्रमा दसवें भाव में होता है, तो यह हमारे करियर, समाज में स्थान, और जीवन में उपलब्धियों को विशेष रूप से प्रभावित करता है. दसवां भाव जिसे ‘कर्म भाव’ भी कहते हैं, व्यक्ति की सामाजिक प्रतिष्ठा, काम में सफलता और जिम्मेदारियों के स्तर को दिखाता है. इसलिए चंद्रमा का यहां होना किसी भी व्यक्ति के पेशेवर जीवन और समाज में मान-सम्मान को बढ़ाने या चुनौती देने वाला साबित हो सकता है. दसवें भाव में चंद्रमा वाले लोग अक्सर दूसरों के नजरिए को समझने में अच्छे होते हैं और जिम्मेदारी उठाने से नहीं डरते, लेकिन यह स्थिति हमेशा सकारात्मक परिणाम नहीं देती. कभी-कभी भावनाओं में उतार-चढ़ाव, तनाव या दूसरों से मेलजोल में दिक्कतें भी सामने आ सकती हैं. इसलिए यह जानना जरूरी है कि चंद्रमा के इस प्रभाव को कैसे संभाला जाए और किन उपायों से हम इसके नकारात्मक असर को कम करके अपने करियर और सामाजिक जीवन में संतुलन बनाए रख सकते हैं. इस आर्टिकल में हम चंद्रमा के दसवें भाव के सकारात्मक प्रभाव, नकारात्मक प्रभाव और आसान उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह से.
चंद्रमा दसवें भाव के सकारात्मक प्रभाव
1. करियर में प्रगति
दसवें भाव में चंद्रमा होने से व्यक्ति अपने काम में उत्कृष्टता दिखाता है. ऐसे लोग नेतृत्व क्षमता में मजबूत होते हैं और जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं. उनका करियर अक्सर स्थिर और ऊंचा होता है.
2. सामाजिक प्रतिष्ठा
इन लोगों की सोच और व्यवहार समाज में उन्हें सम्मान दिलाता है. लोग इन्हें भरोसेमंद और समझदार मानते हैं, जिसकी वजह से समाज में इनकी छवि सकारात्मक रहती है.

3. भावनात्मक संतुलन
दसवें भाव में चंद्रमा रखने वाले लोग अपने करियर और भावनाओं के बीच संतुलन बनाने में सक्षम होते हैं. यह उन्हें कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और समझदारी बनाए रखने में मदद करता है.
4. नेतृत्व क्षमता
इनकी सोच और दृष्टिकोण दूसरों को प्रभावित करता है. इसलिए ये टीम या किसी संगठन में नेतृत्व करने की योग्यता रखते हैं.
चंद्रमा दसवें भाव के नकारात्मक प्रभाव
1. तनाव और चिंता
इस स्थिति में व्यक्ति कभी-कभी काम के दबाव या जिम्मेदारियों की वजह से मानसिक तनाव महसूस कर सकता है.
2. भावनाओं का असंतुलन
चंद्रमा भावनाओं का कारक ग्रह है. दसवें भाव में होने पर कभी-कभी काम और निजी जीवन के बीच असंतुलन बन सकता है, जिससे मन उदास या चिंतित रह सकता है.

3. अत्यधिक महत्वाकांक्षा
कुछ लोग इस स्थिति में अपने करियर और समाज में प्रतिष्ठा के लिए बहुत अधिक दबाव डालते हैं. यह उन्हें मानसिक रूप से थका सकता है और रिश्तों में दूरी पैदा कर सकता है.
4. अन्य लोगों से संघर्ष
करियर में उन्नति की चाह में कभी-कभी यह लोग सहयोगियों या समाज में दूसरों के साथ विवाद में फंस सकते हैं.
चंद्रमा दसवें भाव के उपाय
1. सकारात्मक ध्यान और साधना
दैनिक ध्यान या प्राणायाम करने से मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है. यह तनाव और चिंता को कम करता है.
2. सकारात्मक सोच अपनाएं
करियर और सामाजिक प्रतिष्ठा की ओर सोचते हुए दूसरों के साथ सहयोग और समझदारी बढ़ाएं. इससे नकारात्मक प्रभाव कम होंगे.
3. चांदी और सफेद रंग का प्रयोग
सप्ताह में शुक्रवार को चांदी के गहने पहनना या सफेद रंग के कपड़े पहनना लाभकारी माना जाता है.
4. गाय को दूध देना
गाय को नियमित रूप से दूध देना या दुधारू पशु की सेवा करना चंद्रमा के नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकता है.
5. सकारात्मक संबंध बनाए रखें
सहकर्मियों और परिवार के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने से मानसिक संतुलन मजबूत होता है और करियर में भी सहयोग मिलता है.







