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Chhath Puja 2025: बीएचयू के ज्योतिष डिपार्टमेंट के प्रोफेसर पंडित सुभाष पांडेय ने बताया कि छठ का महापर्व प्रकृति के पूजन का महापर्व है.कुछ चींजे तो ऐसी भी हैं जिन्हें पूजा में जरूर शामिल करना चाहिए. वरना, आपकी पूजा भी अधूरी मानी जाती है.
वाराणसी : छठ के महापर्व की छठा पूरे देश में दिखाई देती है. आज नहाय खाए से इस महापर्व की शुरुआत हो गई है. छठ के इस महापर्व पर भगवान सूर्य के साथ छठी मैया के पूजन का विधान है. इस महापर्व में शुद्धता और सुचिता का विशेष ख्याल रखा जाता है. महाप्रसाद बनाने से लेकर उसके अर्पण तक कुछ खास नियमों का पालन करना पड़ता है. कुछ चींजे तो ऐसी भी हैं जिन्हें पूजा में जरूर शामिल करना चाहिए. वरना, आपकी पूजा भी अधूरी मानी जाती है. ऐसे में आप जिस मनोकामना की पूर्ति के लिए छठ का कठिन महाव्रत कर रहे हैं उसका फल भी नहीं मिलता है.
शामिल करें ये 5 फल
छठ के महापर्व पर पूजा के दौरान केला, सिंघाड़ा, संतरा, सेव और आनार के फल को जरूर शामिल करें. कम से कम टोकरी में 5 फल का होना इस पूजा के लिए अनिवार्य है. कुछ लोग 7 तरह के फल को भी इस पूजा में शामिल करते हैं.छठी मैया के पूजा में नए धान के चावल और उससे बने चूड़ा को भी शामिल करना चाहिए. क्योंकि इस पूजा में नए धान को भी सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित किया जाता है.
जरूर शामिल करें ये महाप्रसाद
छठ के महापर्व का सबसे अहम भोग ठेकुआ है. इसे महाप्रसाद भी कहा जाता है. शुद्ध घी और चावल के आटे से इसे तैयार किया जाता है.इसे बनाने में पूरी शुद्धता का ख्याल रखना पड़ता है. इस पूजा में नारियल को भी जरूर शामिल करना चाहिए. बगैर नारियल और गन्ने के यह पूजा अधूरी मानी जाती है. इसके अलावा मिठाई का भोग भी छठी मैया को लगाना चाहिए.
मीडिया फील्ड में 5 साल से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2020 के बिहार चुनाव से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर यूपी, उत्तराखंड, बिहार में रिपोर्टिंग के बाद अब डेस्क में काम करने का अनु…और पढ़ें
मीडिया फील्ड में 5 साल से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2020 के बिहार चुनाव से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर यूपी, उत्तराखंड, बिहार में रिपोर्टिंग के बाद अब डेस्क में काम करने का अनु… और पढ़ें
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.







