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Chhath Puja 2025: छठ पर्व में सूर्य को अर्घ्य देने से दूर होता है कुष्ठ रोग, जानें और भी कई चमत्कारी फायदे

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Chhath Puja 2025: सीतामढ़ी के पंडित गिरिधर गोपाल चौबे के अनुसार छठ पर्व सूर्य उपासना, स्वास्थ्य और विज्ञान से जुड़ा है, जिससे शरीर और मन शुद्ध होते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

तस्वीर 

सीतामढ़ी. छठ पर्व सिर्फ धार्मिक आस्था का नहीं बल्कि स्वास्थ्य और विज्ञान से जुड़ा पर्व भी है. लोक आस्था के इस महापर्व में सूर्य भगवान की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है. सीतामढ़ी के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य एवं धर्माचार्य पंडित गिरिधर गोपाल चौबे बताते हैं कि छठ व्रत में दिया जाने वाला अर्घ्य शरीर और मन दोनों को शुद्ध करने का माध्यम है. इस दौरान व्रती प्रातः और संध्या के समय सूर्य देव को जल अर्पित करते हैं, जो न केवल आध्यात्मिक शुद्धि देता है, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी यह शरीर के रोगों को दूर करने में सहायक माना गया है.

पंडित चौबे कहते हैं कि छठ पर्व में सूर्य की सीधी किरणों से शरीर को मिलने वाली ऊर्जा चमत्कारी होती है. वैज्ञानिकों ने भी स्वीकार किया है कि सुबह और शाम की सूर्य किरणें त्वचा की कोशिकाओं को सक्रिय कर प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करती हैं. सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों में ऐसे गुण पाए गए हैं, जो कुष्ठ रोग समेत कई चर्म रोगों को दूर करने में सहायक माने गए हैं. यही कारण है कि छठ पर्व में सूर्य को जल देने और उनकी आराधना का विशेष महत्व है.

दूर होंगी कई बीमारियां
धर्माचार्य चौबे बताते हैं कि प्राचीन ग्रंथों में सूर्य को ‘रोग नाशक’ और ‘जीवन दाता’ कहा गया है. छठ व्रत में जल में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देने से शरीर में एक विशेष प्रकार की सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है. इससे मानसिक शांति मिलती है और रक्त संचार बेहतर होता है. जब व्रती बिना भोजन और जल के उपवास रखते हैं, तब शरीर में संचित विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं, जिससे रोगों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

छठ महापर्व की सबसे बड़ी शक्ति
पंडित गिरिधर गोपाल चौबे ने बताया कि छठी मइया की आराधना और सूर्य उपासना एक साथ किए जाने से व्यक्ति के जीवन में संतुलन और स्वास्थ्य दोनों आते हैं. यह पर्व केवल पूजा-पाठ का नहीं, बल्कि प्रकृति, पर्यावरण और मानव शरीर के बीच के संबंध को समझने का माध्यम भी है. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति श्रद्धा, स्वच्छता और संकल्प के साथ सूर्य भगवान को अर्घ्य देता है, उसके जीवन से नकारात्मकता और रोग स्वतः दूर हो जाते हैं. यही छठ महापर्व की सबसे बड़ी शक्ति है.

Mohd Majid

with more than more than 5 years of experience in journalism. It has been two and half year to associated with Network 18 Since 2023. Currently Working as a Senior content Editor at Network 18. Here, I am cover…और पढ़ें

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छठ पर्व में सूर्य को अर्घ्य देने से दूर होता है कुष्ठ रोग, जानें और फायदे

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