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Chhoti Diwali Recipes: छोटी दीवाली 2025 पूरे भारत में अलग-अलग तरीकों से मनाई जाती है. उत्तर भारत में पूड़ी-आलू, लड्डू और खीर बनती है, जबकि महाराष्ट्र और गुजरात में पोहे, पुरनपोली और चकली जैसे स्नैक्स का चलन है. दक्षिण भारत में पोंगल, पायसम और वड़ा खास डिश मानी जाती हैं, वहीं बंगाल और ओडिशा में लुचि, आलू दम और रसगुल्ला बनते हैं.
Chhoti Diwali Recipes: दीवाली से एक दिन पहले आने वाली छोटी दीवाली यानी नरक चतुर्दशी पूरे देश में अलग-अलग नामों और परंपराओं के साथ मनाई जाती है. कहीं इसे रूप चौदस कहा जाता है तो कहीं काली चौदस. इस दिन घरों में सफाई के साथ-साथ स्वादिष्ट व्यंजनों की खुशबू भी फैल जाती है. माना जाता है कि छोटी दीवाली पर स्वादिष्ट भोजन और मिठाइयां बनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आती है. भारत जैसे विविधता भरे देश में हर राज्य की अपनी अलग डिश होती है जो छोटी दीवाली की शाम को थाली में जरूर सजती है. आइए जानते हैं कि देश के अलग-अलग हिस्सों में इस दिन कौन-कौन से पारंपरिक पकवान बनाए जाते हैं.
उत्तर भारत में छोटी दीवाली पर घरों में मिठाइयों की भरमार रहती है. खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली में इस दिन लोग सुबह स्नान के बाद विशेष भोजन तैयार करते हैं.
- पुरी और आलू की सब्जी इस दिन का मुख्य भोजन माना जाता है.
- बेसन के लड्डू, मोटिचूर लड्डू, खोये की बर्फी और गुलाब जामुन भी थाली में जरूर होते हैं.
- कई घरों में चना दाल और खीर भी बनती है, जिसे पूजा के बाद प्रसाद के रूप में बांटा जाता है.
- इस दिन लोग शाम को दीये जलाते हैं और घर की दहलीज पर मीठे पुए या मालपुए रखकर माता लक्ष्मी का स्वागत करते हैं.
पश्चिम भारत की छोटी दीवाली
- महाराष्ट्र और गुजरात में छोटी दीवाली को नरक चतुर्दशी कहा जाता है. यहां के लोग इस दिन सुबह स्नान से पहले उबटन लगाते हैं और फिर पारंपरिक भोजन करते हैं.
- पोहे, श्रीखंड, पुरनपोली और चिवड़ा जैसे हल्के लेकिन स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं.
- गुजरात में घूघरा (गुजिया) और मठरी जैसे स्नैक्स हर घर में तैयार होते हैं.
- महाराष्ट्र में लोग चकली, करंजी और लड्डू बनाकर परिवार और दोस्तों के साथ बांटते हैं.
- इन राज्यों में छोटी दीवाली सिर्फ मिठाइयों का नहीं बल्कि नमकीन स्नैक्स का त्योहार भी मानी जाती है.
दक्षिण भारत की छोटी दीवाली
- दक्षिण भारत में छोटी दीवाली को नरका चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है, और इसे दीवाली के असली उत्सव का आरंभ माना जाता है.
- यहां इस दिन इडली, वड़ा, पोंगल, पायसम और सांभर-चावल जैसे पारंपरिक दक्षिण भारतीय व्यंजन बनाए जाते हैं.
- खासकर पायसम (खीर) का बहुत महत्व होता है, जिसे नारियल दूध और गुड़ से बनाया जाता है.
- तमिलनाडु और केरल के कई हिस्सों में लोग इस दिन केले के पत्ते पर भोजन परोसते हैं, और परिवार के साथ बैठकर पारंपरिक थाली का आनंद लेते हैं. यहां छोटी दीवाली का त्योहार सादगी और परिवारिक एकजुटता का प्रतीक माना जाता है.
पूर्वी भारत की छोटी दीवाली
- बंगाल, ओडिशा और असम में छोटी दीवाली को काली पूजा के रूप में मनाया जाता है.
- इस दिन खिचड़ी, लुचि (पुरी), आलू दम और रसगुल्ला जैसे स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं.
- काली पूजा के दौरान मां काली को मिष्ठान्न और नारियल लड्डू का भोग लगाया जाता है.
ओडिशा के कई इलाकों में इस दिन अरिसा पिठा और चाकुली पिठा जैसी पारंपरिक मिठाइयां बनती हैं, जिनकी खुशबू पूरे घर को त्योहारमय बना देती है.
मध्य भारत की छोटी दीवाली
- मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में छोटी दीवाली के दिन लोग चना दाल पूरी, सूजी हलवा और मलपुआ बनाते हैं.
- इस दिन घरों में मसालेदार दाल-बाटी-चूरमा भी तैयार किया जाता है.
- स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, छोटी दीवाली पर ताजे तेल में बने व्यंजन और देसी घी से बनी मिठाइयां शुभ मानी जाती हैं.
त्योहार का असली स्वाद
भारत में छोटी दीवाली सिर्फ भोजन का नहीं बल्कि परिवार के साथ समय बिताने और परंपरा निभाने का भी अवसर होती है. हर राज्य में बनाए जाने वाले व्यंजन भले ही अलग हों, लेकिन इन सबका मकसद एक ही होता है- घर में खुशहाली और सौहार्द लाना.
इस दिन जब घरों में दीये जलते हैं, तब रसोई में बन रहे पकवानों की खुशबू पूरे माहौल को त्योहार की भावना से भर देती है. छोटी दीवाली पर बनाई जाने वाली ये पारंपरिक डिशें सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और एकता की पहचान हैं.
मीडिया इंडस्ट्री में 8+ साल का अनुभव, ABP, NDTV, दैनिक जागरण और इंडिया न्यूज़ जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से जुड़कर काम किया। लाइफस्टाइल, धर्म और संस्कृति की कहानियों को रोचक अंदाज़ में प्रस्तुत करने का खास हुनर।…और पढ़ें
मीडिया इंडस्ट्री में 8+ साल का अनुभव, ABP, NDTV, दैनिक जागरण और इंडिया न्यूज़ जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से जुड़कर काम किया। लाइफस्टाइल, धर्म और संस्कृति की कहानियों को रोचक अंदाज़ में प्रस्तुत करने का खास हुनर।… और पढ़ें