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Durga Puja 2025: दरभंगा में 100 वर्ष पुरानी हाथी दांत की मां दुर्गा प्रतिमा नवरात्रि पर विशेष आकर्षण और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बनी हुई है. इस प्रतिमा को महाराज कामेश्वर सिंह ने बनाया है.

दरभंगा: देश भर में नवरात्रि का पावन पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है, और चारों ओर मां जगदंबा की भक्ति का माहौल है. इसी बीच, बिहार के दरभंगा शहर में एक ऐसी अद्वितीय और अत्यंत कीमती धरोहर मौजूद है, जिसकी चर्चा अपने आप में खास है. यह है लगभग 100 वर्ष पुरानी मां दुर्गा की प्रतिमा, जिसे हाथी दांत (Ivory) से निर्मित किया गया है.

दरभंगा की यह हाथी दांत से बनी मां दुर्गा की प्रतिमा अपनी विशिष्टता, ऐतिहासिक मूल्य और बेमिसाल कारीगरी के कारण एक अद्वितीय धरोहर है. यह न केवल स्थानीय लोगों के लिए गौरव का विषय है, बल्कि यह देश और दुनिया के पर्यटकों के लिए भी एक मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. यह प्रतिमा हमें महाराज कामेश्वर सिंह के कला संरक्षण और धार्मिक समर्पण की याद दिलाती है, जो आज भी एक अनमोल विरासत के रूप में जीवित है.

कला और आस्था का अद्भुत संगम
दरभंगा स्थित यह मां दुर्गा की प्रतिमा अपनी विशिष्टता और बेजोड़ कारीगरी के लिए प्रसिद्ध है. हाथी के दांत से बनी होने के कारण इसकी चमक और सुंदरता आज भी वैसी ही बनी हुई है, जो भक्तों और कला प्रेमियों दोनों के मन को मोह लेती है. इस प्रतिमा की बनावट इतनी खास है कि यह मूर्तिकला के एक दुर्लभ नमूने के रूप में स्थापित है.
इस वर्ष (लेखन के संदर्भ में) मां जगदंबा का आगमन हाथी की सवारी पर हो रहा है, और यह संयोग इस मूर्ति के महत्व को और भी बढ़ा देता है, क्योंकि यह स्वयं हाथी के दांत से ही निर्मित है.

महाराज कामेश्वर सिंह की अनूठी पहल
इस अनमोल मूर्ति के निर्माण का श्रेय दरभंगा के कलाप्रेमी महाराज कामेश्वर सिंह को जाता है. महाराज हाथी दांत के अत्यंत शौकीन माने जाते थे, और उन्होंने अपनी इसी रुचि को धार्मिक आस्था के साथ जोड़ते हुए इस अद्भुत प्रतिमा का निर्माण करवाया. यह प्रतिमा केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह महाराज के कलाप्रेम, संरक्षण और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भी जीवंत प्रमाण है.

महाराज संग्रहालय में सुरक्षित
इतनी ऐतिहासिक और कीमती यह मूर्ति आज भी महाराज के संग्रहालय में पूरी तरह से सुरक्षित और संरक्षित रखी गई है. यह संग्रहालय इस अमूल्य धरोहर को सदियों तक बचाए रखने का कार्य कर रहा है. जो भी पर्यटक या स्थानीय लोग दरभंगा आते हैं, वे इस अद्वितीय प्रतिमा के दर्शन कर सकते हैं और इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व को करीब से महसूस कर सकते हैं.

नवरात्रि में विशेष आकर्षण का केंद्र
नवरात्रि के इस शुभ अवसर पर, इस अनोखी और कीमती प्रतिमा की चर्चा विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाती है. यह मूर्ति न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से पूजनीय है, बल्कि यह भारतीय कला, मूर्तिकला और संस्कृति का भी एक अद्भुत और दुर्लभ उदाहरण है.

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Amit ranjan

मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और Bharat.one तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले…और पढ़ें

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‘हाथी दांत’ वाली मां दुर्गा की प्रतिमा है कीमती और अनोखी, 100 साल से सुरक्षित

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