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Diwali ki Safai ke Dauran kin Chijo Ko Nahi Fekna Chahiye: दिवाली सिर्फ रोशनी और खुशियों का त्योहार नहीं है बल्कि यह घर की सफाई और ऊर्जा को सुधारने का समय भी है. सफाई के दौरान कई बार हम कुछ ऐसे पुराने सामान फेंक देते हैं जिनका हमारे जीवन पर खास महत्व होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार ये चीजें घर की समृद्धि, सुरक्षा और सकारात्मक ऊर्जा से जुड़ी होती हैं. इस खबर में जानिए वो कौनसी चीजें हैं जिन्हें सफाई के दौरान भूलकर भी नही फेंकना चाहिए.

दिवाली का त्योहार (Diwali 2025) सिर्फ रोशनी और खुशियों का प्रतीक नहीं है बल्कि यह समय घर की पूरी सफाई और व्यवस्था का भी होता है. लोग पुराने सामानों को बाहर निकालकर नया सामान लाते हैं. लेकिन इस सफाई के दौरान अक्सर कुछ ऐसी चीजें भी फेंक दी जाती हैं जिनका महत्व हमारे जीवन में बहुत खास होता है. अगर सही नजर से देखा जाए तो ये सामान हमारे घर की ऊर्जा, सेहत और भविष्य को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं. इसलिए इन्हें सोच-समझकर संभालकर रखना चाहिए.

अक्सर दिवाली की सफाई (Diwali Cleaning) के दौरान हमें अलमारी या दराज से पुरानी चाबियां मिल जाती हैं. कई लोग इन्हें बेकार समझकर फेंक देते हैं लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार चाबियां घर की समृद्धि और सुरक्षा का प्रतीक होती हैं. पुरानी चाबियां फेंकना लक्ष्मी जी का अपमान माना जाता है. यदि किसी चाबी की अब जरूरत नहीं है तो उसे घर के पवित्र स्थान या तिजोरी के पास सुरक्षित रख दें. ऐसा करने से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है और परिवार पर किसी प्रकार की आर्थिक तंगी नहीं आती है.

आईना हमारे जीवन का दर्पण होता है और ऊर्जा का सीधा प्रतिबिंब दिखाता है. दिवाली की सफाई के दौरान अक्सर टूटा या खरोंच वाला आईना निकल आता है जिसे लोग तुरंत कूड़े में डाल देते हैं. लेकिन टूटा आईना तुरंत फेंकना नहीं चाहिए. पहले उसे लाल कपड़े में लपेटकर किसी पवित्र स्थान पर रखना चाहिए और बाद में नदी या तालाब में प्रवाहित करना चाहिए. ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. यदि इसे सीधे फेंक दिया जाए तो यह दुर्भाग्य और कलह को आकर्षित कर सकता है.

कई बार घर की दराज या गुल्लक से हमें पुराने सिक्के मिलते हैं. दिवाली की सफाई में इन्हें बेकार समझकर बाहर निकालना गलती है. पुराने सिक्के धन और लक्ष्मी का प्रतीक होते हैं. इन्हें घर के मंदिर में रख देना चाहिए. इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और घर में पैसों की तंगी नहीं होती. जो लोग व्यापार करते हैं उन्हें इन सिक्कों को अपने कैश बॉक्स में रखना चाहिए. यह शुभ फल प्रदान करता है और कारोबार में तरक्की लाता है. इसलिए पुराने सिक्के कभी न फेंकें.

घर की सफाई के दौरान पुरानी धार्मिक पुस्तकें या फटे हुए पन्ने भी मिल जाते हैं. इन्हें कूड़े में डालना बहुत बड़ा दोष माना जाता है. धार्मिक ग्रंथ ज्ञान और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत होते हैं. यदि यह पुराने हो जाएं तो इन्हें मंदिर में दान कर सकते हैं या साफ कपड़े में लपेटकर सुरक्षित स्थान पर रख सकते हैं. इनके अपमान से घर में कलह और नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है. इसलिए धार्मिक पुस्तकों को हमेशा आदरपूर्वक संभालकर रखना चाहिए और कभी भी लापरवाही से फेंकना नहीं चाहिए

दिवाली की सफाई के दौरान कई बार टूटे या पुराने तांबे-पीतल के बर्तन निकल आते हैं. इन्हें कूड़े में फेंकने की गलती न करें. तांबा और पीतल शुभ धातुएं मानी जाती हैं और ये सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं. पुराने बर्तनों को मंदिर में दान कर सकते हैं या इन्हें पॉलिश कर फिर से उपयोग में ला सकते हैं. यदि ये बिल्कुल अनुपयोगी हो जाएं तो इन्हें नदी या तालाब में प्रवाहित करना उचित है. इस तरह से बर्तनों का सम्मान बना रहता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.

कई बार सफाई में पुराने नोट, बांड, प्रॉपर्टी से जुड़े कागज या अन्य वित्तीय दस्तावेज निकल आते हैं. इन्हें बेकार समझकर फेंकना भारी नुकसान का कारण बन सकता है. ऐसे कागजात भविष्य में काम आ सकते हैं. इन्हें व्यवस्थित करके फाइल में रखना चाहिए. पुराने नोट भी धन का प्रतीक माने जाते हैं और इन्हें सुरक्षित स्थान पर रखने से घर में धन की वृद्धि होती है. इसलिए दिवाली की सफाई के दौरान मिले किसी भी वित्तीय दस्तावेज को कभी भी लापरवाही से नष्ट न करें.