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Durga Saptashati Path In Hindi | श्री दुर्गा सप्तशती संपूर्ण|108 name of maa durga in hindi,


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108 Name of Maa Durga in Hindi: भगवान शिव कहते हैं कि मां दुर्गा समस्त पापों और दुखों को हरने वाली हैं. इसलिए यदि इनके 108 नामों का जाप रोज किया जाए तो श्री दुर्गा सप्तशती पाठ का फल मिल जाएगा. यह बहुत आसान है. …और पढ़ें

Durga Path in 2 Minutes : श्री दुर्गा सप्तशती के पाठ का फल सिर्फ 108 नामों में
108 Name of Maa Durga in Hindi: मां दुर्गा समस्त पापों और दुखों को हरने वाली हैं. शास्त्रों में कहा गया है कि सभी सफलताओं के लिए मां दुर्गा का पाठ करना चाहिए. लेकिन समय के अभाव में नित ऐसा करना मुश्किल है. ऐसे में भगवान शिव ने इसका शॉर्ट कट रास्ता बताया है. भगवान शिव ने कहा है कि यदि आप संपूर्ण पाठ की जगह कुज्जिकास्त्रोतम पाठ भी कर लेंगे तो इसका फल मिल जाएगा. कुज्जिकास्त्रोत का पाठ करने में भी मुश्किल से 5 मिनट का समय लगेगा. यदि इतना भी समय नहीं है तो मां दुर्गा के 108 नामों का जाप नित करें. इससे समस्त पापों का अंत हो जाएगा. यहां मां दुर्गा के 108 नामों का शुद्ध पाठ दिया गया है.

॥ ॐ ॥ ॥ श्री दुर्गायै नमः ॥ ॥ श्री दुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् ॥ ॥ ईश्वर उवाच ॥

शतनाम प्रवक्ष्यामि शृणुष्व कमलानने । यस्य प्रसादमात्रेण दुर्गा प्रीता भवेत् सती ॥ 1 ॥
ॐ सती साध्वी भवप्रीता भवानी भवमोचनी ।आर्या दुर्गा जया चाद्या त्रिनेत्रा शूलधारिणी ॥ 2 ॥

पिनाकधारिणी चित्रा चण्डघण्टा महातपाः । मनो बुद्धिरहंकारा चित्तरूपा चिता चितिः ॥ 3 ॥
सर्वमन्त्रमयी सत्ता सत्यानन्द स्वरूपिणी । अनन्ता भाविनी भाव्या भव्याभव्या सदागतिः ॥ 4 ॥

शाम्भवी देवमाता च चिन्ता रत्नप्रिया सदा । सर्वविद्या दक्षकन्या दक्षयज्ञविनाशिनी ॥ 5 ॥
अपर्णानेकवर्णा च पाटला पाटलावती । पट्टाम्बरपरिधाना कलमञ्जरीरञ्जिनी ॥ 6 ॥

अमेयविक्रमा क्रूरा सुन्दरी सुरसुन्दरी । वनदुर्गा च मातङ्गी मतङ्गमुनिपूजिता ॥ 7 ॥
ब्राह्मी माहेश्वरी चैन्द्री कौमारी वैष्णवी तथा ।चामुण्डा चैव वाराही लक्ष्मीश्च पुरुषाकृतिः ॥ 8 ॥

विमलोत्कर्षिणी ज्ञाना क्रिया नित्या च बुद्धिदा । बहुला बहुलप्रेमा सर्ववाहन वाहना ॥ 9 ॥
निशुम्भशुम्भहननी महिषासुरमर्दिनी । मधुकैटभहन्त्री च चण्डमुण्डविनाशिनी ॥ 10 ॥

सर्वासुरविनाशा च सर्वदानवघातिनी । सर्वशास्त्रमयी सत्या सर्वास्त्रधारिणी तथा ॥ 11 ॥
अनेकशस्त्रहस्ता च अनेकास्त्रस्य धारिणी । कुमारी चैककन्या च कैशोरी युवती यतिः ॥ 12 ॥

अप्रौढ़ा चैव प्रौढ़ा च वृद्धमाता बलप्रदा । महोदरी मुक्तकेशी घोररूपा महाबला ॥ 13 ॥
अग्निज्वाला रौद्रमुखी कालरात्रिस्तपस्विनी ।नारायणी भद्रकाली विष्णुमाया जलोदरी ॥ 14 ॥

शिवदूती कराली च अनन्ता परमेश्वरी ।कात्यायनी च सावित्री प्रत्यक्षा ब्रह्मवादिनी ॥ 15 ॥
य इदं प्रपठेन्नित्यं दुर्गानामशताष्टकम् ।नासाध्यं विद्यते देवि त्रिषु लोकेषु पार्वति ॥ 16 ॥

धनं धान्यं सुतं जायां हयं हस्तिनमेव च । चतुर्वर्गं तथा चान्ते लभेन्मुक्तिं च शाश्वतीम् ॥ 17 ॥
कुमारीं पूजयित्वा तु ध्यात्वा देवीं सुरेश्वरीम् । पूजयेत् परया भक्त्या पठेन्नामशताष्टकम् ॥ 18 ॥

तस्य सिद्धिर्भवेद् देवि सर्वैः सुरवरैरपि । राजानो दासतां यान्ति राज्यश्रियमवाप्नुयात् ॥ 19 गोरोचनालक्तककुङ्कुमेव सिन्धूरकर्पूरमधुत्रयेण । विलिख्य यन्त्रं विधिना विधिज्ञो भवेत् सदा धारयते पुरारिः ॥ 20

॥  भौमावास्यानिशामग्रे चन्द्रे शतभिषां गते । विलिख्य प्रपठेत् स्तोत्रं स भवेत् संपदां पदम् ॥ 21 ॥ 

॥ इति श्री विश्वसारतन्त्रे दुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रं समाप्तम् ॥ 

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LAKSHMI NARAYAN

Excelled with colors in media industry, enriched more than 18 years of professional experience. L. Narayan contributed to all genres viz print, television and digital media. He professed his contribution in the…और पढ़ें

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Durga Path in 2 Minutes : श्री दुर्गा सप्तशती के पाठ का फल सिर्फ 108 नामों में

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