दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. यह बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और रावण दहन, देवी दुर्गा की विजय और नए आरंभ का संदेश देता है. इस शुभ अवसर पर घर को सजाने के लिए रंगोली बनाने की परंपरा बेहद खास है. रंगोली न केवल घर की शोभा बढ़ाती है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और शुभता का स्वागत करती है. 2025 में दशहरा मंगलवार, 7 अक्टूबर को मनाया जाएगा, और इस बार आप पारंपरिक डिजाइनों में कुछ नए प्रयोग करके अपने घर को खास बना सकते हैं. बड़े-बड़े और रंगीन पैटर्न से लेकर मिनिमलिस्टिक फ्लोर आर्ट तक, हर तरह की रंगोली आपके मेहमानों और देवी-देवताओं का मन मोह लेगी.

आप रामधनुषाकार धनुष-बाण की आकृति बनाकर भी विजय का संदेश दे सकती हैं. देवी दुर्गा के शेर पर सवार रूप की सिल्हूट वाली रंगोली भी बेहद लोकप्रिय है.

इसके अलावा विजयादशमी पर शंख, स्वस्तिक, ओम और कमल के फूल जैसे शुभ प्रतीकों का उपयोग रंगोली में किया जा सकता है. ये न केवल पारंपरिक हैं बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा भी भरते हैं. बड़े आंगन में यह डिजाइन बनाकर दीयों से सजाने पर इसका आकर्षण और बढ़ जाएगा.

अगर आप आधुनिक और क्रिएटिव आइडिया चाहती हैं तो फ्लोरल रंगोली बेहतरीन विकल्प है. ताजे फूलों की पंखुड़ियों से बनी रंगोली लंबे समय तक ताजगी और खुशबू बनाए रखती है. गेंदे के पीले-नारंगी फूल, गुलाब की लाल पंखुड़ियां और सफेद चमेली का मेल कमाल का लुक देता है. फूलों को अलग-अलग पैटर्न में सजाकर मंडला या ज्योमेट्रिक डिजाइन बना सकती हैं.

3D इफेक्ट वाली रंगोली भी आजकल ट्रेंड में है, जिसमें शेडिंग तकनीक से डिजाइन को उभारकर बनाया जाता है. इस तरह की रंगोली बनाने के लिए थोड़ी प्रैक्टिस जरूरी है, लेकिन इसका नतीजा बेहद खूबसूरत दिखता है.

दशहरा की रात रंगोली को दीपों और मोमबत्तियों से सजाना न भूलें. रंगोली के चारों ओर मिट्टी के दीये जलाने से घर में एक दिव्य आभा फैलती है और त्योहार का माहौल और भी मनमोहक हो जाता है. आप चाहें तो रंगोली के बीच में भगवान राम, माता सीता या देवी दुर्गा की छोटी मूर्ति या कलश रख सकती हैं, जिससे यह और अधिक पारंपरिक लगेगी. बच्चों को भी इस काम में शामिल करें ताकि वे भारतीय संस्कृति और परंपरा को करीब से समझ सकें.

इस दशहरा 2025 पर अपनी रचनात्मकता को नए आयाम दें और रंगोली से अपने घर को न केवल सुंदर बनाएं बल्कि सकारात्मक ऊर्जा से भर दें. चाहे आप पारंपरिक डिज़ाइन चुनें या आधुनिक, अपनी पसंद के रंग और शैली के साथ बनाई गई रंगोली निश्चित रूप से आपके मेहमानों और देवी-देवताओं का मन मोह लेगी. यही इस पर्व की सच्ची खुशी है- सजावट, भक्ति और सामूहिक उत्सव का संगम.