Home Dharma Effects of Sun in ninth house। सूर्य नौवें भाव में हो तो...

Effects of Sun in ninth house। सूर्य नौवें भाव में हो तो जीवन पलट सकता है!

0


Sun In 9th House Effects: ज्योतिष में नौवां भाव ज्ञान, भाग्य, धार्मिकता और यात्रा का प्रतीक माना जाता है. जब सूर्य इस भाव में होता है, तो यह व्यक्ति के जीवन में एक खास प्रकार की ऊर्जा लाता है. सूर्य की स्थिति हमारे आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, मान-सम्मान और जीवन में आने वाले अवसरों को प्रभावित करती है. नौवां भाव मूलतः हमारे दृष्टिकोण, सोच और उच्चतर शिक्षा से जुड़ा होता है. ऐसे में सूर्य इस भाव में होने पर न केवल भाग्य को चमकाता है, बल्कि व्यक्ति की मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति में भी मदद करता है. सूर्य की ऊर्जा यहां व्यक्ति को धर्म, अध्यात्म, शिक्षा और उच्चतर ज्ञान की ओर आकर्षित करती है. इससे व्यक्ति का दृष्टिकोण सकारात्मक बनता है और निर्णय लेने की क्षमता मजबूत होती है. इसके अलावा, यह यात्रा, विदेश में अवसर, गुरु-शिष्य संबंध और जीवन में सम्मान पाने में सहायक होता है, लेकिन अगर सूर्य कमजोर या दोषपूर्ण स्थिति में हो, तो यह उच्च महत्वाकांक्षाओं और लक्ष्यों में बाधा डाल सकता है. नौवें भाव में सूर्य का सही और मजबूत होना जीवन में सफलता, सम्मान और मानसिक स्थिरता के संकेत देता है. इस आर्टिकल में हम जानेंगे भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह कि नौवें भाव में सूर्य होने पर क्या सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं और किन उपायों से इसके प्रभाव को सुधारा जा सकता है.

नौवें भाव में सूर्य के सकारात्मक प्रभाव
1. शिक्षा और ज्ञान में प्रगति:
सूर्य नौवें भाव में होने पर व्यक्ति शिक्षा और ज्ञान में तरक्की करता है. उच्च शिक्षा, नई भाषाएँ सीखना या आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना आसान हो जाता है.

2. धार्मिकता और आध्यात्मिक उन्नति:
यह स्थिति व्यक्ति को धर्म, पूजा और ध्यान में रुचि देती है. योग, ध्यान और अध्यात्मिक मार्ग में सफलता मिलती है.

Generated image

3. सफलता और भाग्य में वृद्धि:
नौवां भाव भाग्य का प्रतीक है. यहां सूर्य मजबूत होने पर नौकरी, व्यवसाय और जीवन में अवसरों में बढ़ोतरी होती है.

4. सामाजिक सम्मान और प्रतिष्ठा:
इस स्थिति में व्यक्ति का व्यक्तित्व सम्मानजनक और आत्मविश्वासी बनता है. समाज में मान-सम्मान और विश्वास बढ़ता है.

5. यात्रा और विदेश से लाभ:
सूर्य नौवें भाव में होने पर लंबी यात्रा, विदेश में अवसर और नए अनुभव प्राप्त होते हैं.

नौवें भाव में सूर्य के नकारात्मक प्रभाव

1. अत्यधिक अहंकार:
अगर सूर्य कमजोर हो, तो व्यक्ति में अहंकार और स्वाभिमान ज्यादा बढ़ सकता है.

2. असफलता या रुकावट:
उच्च शिक्षा या धार्मिक मार्ग में कठिनाइयां आ सकती हैं. भाग्य में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है.

3. यात्राओं में बाधा:
दूरस्थ यात्रा, विदेश की योजनाओं या नौकरी के अवसरों में रुकावट आ सकती है.

4. स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां:
सूर्य कमजोर होने पर सिर, आंखों और हृदय से जुड़ी समस्याएँ आ सकती हैं.

उपाय और सुझाव
1. सूर्य देव की पूजा: रोज सुबह लाल फूल अर्पित करें और सूर्य को दीपक दिखाएं.
2. दान और सेवा: गरीब और जरूरतमंद को अनाज या लाल कपड़ा दान करें.
3. सूर्य मंत्र का जाप: “ॐ सूर्याय नमः” का जाप लाभकारी होता है.
4. सकारात्मक सोच: अहंकार को नियंत्रित करें और विनम्र रहें.
5. सूर्य का समय: सुबह 7 से 9 बजे के बीच सूर्य के प्रकाश में समय बिताना शुभ है.

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version