हरिद्वार. गणेश चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. यह त्योहार भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है, इस साल गणेश चतुर्थी की सही तिथि को लेकर काफी भ्रम है. भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि शुक्रवार, 6 सितंबर को दोपहर 3:01 बजे शुरू होगी और अगले दिन, शनिवार, 7 सितंबर को शाम 5:37 बजे समाप्त होगी. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कोई भी धार्मिक अनुष्ठान, व्रत या पर्व को उदिया तिथि में मनाने पर उसका शुभ फल प्राप्त होता हैं.
हरिद्वार के विद्वान ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री ने Bharat.one को बताया कि साल 2024 में गणेश चतुर्थी भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 7 सितंबर शनिवार को मनाई जाएगी. हिंदू परंपरा के अनुसार, 6 सितंबर को चतुर्थी तिथि को गणपति पूजा के लिए अशुभ माना जाएगा उदया तिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी की पूजा 7 सितंबर को होगी.
उदया तिथि का महत्व
पंडित श्रीधर शास्त्री ने Bharat.one को बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि कोई व्रत, अनुष्ठान, धार्मिक कार्य आदि अंग्रेजी कैलेंडर की 2 तारीखों में पड़ती है तो उसका संपूर्ण फल उदिया तिथि में करने से प्राप्त होता है. साल 2024 में चतुर्थी की उदिया तिथि 7 सितंबर को होगी. इसलिए 7 सितंबर को सूर्योदय से पहले स्नान करके भगवान गणेश के निमित्त व्रत का संकल्प लेकर व्रत करें तो गणेश चतुर्थी (सिद्धि विनायक) व्रत का संपूर्ण फल कई गुना प्राप्त होगा.
Note: गणेश चतुर्थी व्रत की ओर अधिक जानकारी के लिए आप हरिद्वार के विद्वान ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री से उनके फोन नंबर 9557125411 और 9997509443 पर संपर्क कर सकते हैं .
FIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 15:52 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.